रायपुर: कांग्रेस में लगातार एक के बाद एक नियुक्ति विवादों में घिरती जा रही है, जहां पूर्व में एल्डरमैन की नियुक्ति को लेकर कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध किया जा रहा था तो वहीं अब ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद यह विवाद एक बार फिर खुलकर सामने आ गया है. पार्टी की ओर से ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति का खुले तौर पर पार्टी कार्यकर्ताओं के द्वारा विरोध किया जा रहा है. खासकर सतनामी समाज में इन नियुक्ति को लेकर खासी नाराजगी है.
सतनामी समाज ने कांग्रेस पर उपेक्षा का आरोप लगाया है. कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में सतनामी समाज से जुड़े पार्टी कार्यकर्ता अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. इसी कड़ी में बलौदाबाजार में हुई ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति के विरोध में सतनामी समाज से जुड़े पार्टी कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोल दिया है. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पार्टी के द्वारा की गई ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति में सतनामी समाज के लोगों की उपेक्षा की गई है. इसकी वजह से समाज में काफी नाराजगी जताई जा रही है.
सतनामी सामाज में नाराजगी
सतनामी समाज के लोगों का कहना है कि संख्या बल के आधार पर पार्टी को सतनामी समाज से ज्यादा ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति करनी थी, लेकिन पार्टी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. यहीं वजह है कि वह पार्टी से मांग करते हैं कि संख्या बल के आधार पर ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति में सतनामी समाज को जगह दी जाए. साथ ही कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि पार्टी जल्द इस पर निर्णय नहीं लेती है तो वे समाज की एक बैठक कर पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलने के बारे में विचार करेंगे.
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कई सक्रिय कार्यकर्ताओं को हटाए जाने से नाराजगी
वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इस मामले पर संगठन स्तर पर चर्चा की जाएगी और प्रदेश अध्यक्ष इस मामले पर निर्णय लेंगे. बता दें कि पार्टी की ओर से प्रदेश में 307 ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है, जिसमें से लगभग 65 फीसदी जगह पर पुराने चेहरों को ही रिपीट किया गया है. मात्र 35 प्रतिशत स्थानों पर ही नए अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है. ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 3 महीने में बनाई गई रणनीति के बाद सभी पक्षों की राय लेने के साथ विधायकों से भी नाम मांगे थे. उसी के आधार पर नियुक्ति में कई सक्रिय कार्यकर्ताओं को हटाए जाने से नाराजगी देखने को मिल रही है. पीसीसी को कई जिलों से इस संबंध में शिकायत भी मिल रही है.