रायपुर : राज्य सरकार ने युवाओं के हित में बड़ा निर्णय लेते हुए प्रदेश के सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान यानी ITI में 400 प्रशिक्षण अधिकारियों की सीधी भर्ती करने का फैसला लिया है. जल्द ही भर्ती प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी. राज्य सरकार के निर्णय के अनुसार कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग ने मंगलवार को संचालक रोजगार एवं प्रशिक्षण को इन पदों पर सीधी भर्ती की सहमति दी है. छत्तीसगढ़ में सरकार ने औद्योगिक प्रशिक्षण पर जोर दिया है. इसके तहत कई नए संस्थान भी खोले गए हैं.
प्रशिक्षकों की कमी देखते हुए निर्णय : जानकारी के मुताबिक इन संस्थाओं में लंबे समय से प्रशिक्षकों की कमी चल रही है. इस कमी को पूरा करने के लिए अतिथि प्रशिक्षक बुलाया जाता है. जिसे 125 रुपये मानदेय दिया जाता है. आईटीआई का फुल फॉर्म है इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (Industrial Training Institute) है. इसे हिंदी में “औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान” कहा जाता है. वहीं उद्देश्य की बात की जाए तो आईटीआई को बनाने का मुख्य उद्देश्य ये है कि कैसे छात्रों को टेक्नली साउंड बनाया जा सके. जिससे की उन्हें नौकरी प्रदान किया जा सके.
ये भी पढ़ें- मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स नहीं करेंगे प्राइवेट प्रैक्टिस
ITI का इतिहास और स्थापना : औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को साल 1950 में 71 साल पहले भारत में स्थापित किया गया. इसका मुख्य उद्देश्य कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करने के लिए था. ITI के लिए जाना जाता है. ये संस्थान प्रशिक्षण महानिदेशालय , कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय और केंद्र सरकार के अधीन कार्य करते हैं. विज्ञान में माध्यमिक स्तर की शिक्षा पूरी करने के बाद प्रशिक्षण प्रदान करते हैं. लगभग हर राज्य अलग अलग टेक्निकल और नॉन टेक्निकल ट्रेडों या स्ट्रीम, जैसे मशीनिस्ट, वेल्डर, फिटर, फुटवियर मेकर में औद्योगिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अपनी स्वयं की आईटीआई प्रवेश परीक्षा आयोजित करता है.