रेलवे के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है. जोन के दो बड़े स्टेशन बिलासपुर और नागपुर को भी अभी तक आईएसओ सर्टिफिकेट नहीं मिला है. रेलवे अधिकारी ने बताया कि, पर्यावरण के क्षेत्र में रायपुर रेलवे स्टेशन में बेहतर काम किया जा रहा है. आईएसओ सर्टिफिकेट कारखानों के बेहतर काम के लिए जारी होता है. इसके लिए संबंधित संस्था के काम और क्वॉलिटी समेत कई पहलुओं पर बारीकी से जांच की जाती है.
1 साल के लिए मिला प्रमाण पत्र
निरीक्षण के दौरान संस्था स्टेशन पर साफ सफाई की व्यवस्था, कचरा उठाने की प्रक्रिया, स्टेशन से निकलने वाले कचरे की रिसाइक्लिंग की प्रक्रिया, स्टेशन में यात्रियों के लिए खानपान की व्यवस्था, यात्रियों के फीडबैक, स्टेशन में टेबल कुर्सी से लेकर कई चीजों पर अपनी नजर बनाई हुई थी. रायपुर रेलवे स्टेशन को यह सर्टिफिकेट 28 मार्च 2019 से 27 मार्च 2020 तक के लिए दिया गया है. इसके बाद संस्था की ओर से एक बार फिर निरिक्षण किया जाएगा.