रायपुर : छत्तीसगढ़ के हीरा और सोना खदानों के ई टेंडर का मामला गर्मा रहा है. विदेशी कंपनियों को खदानों का ठेका देने का जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ विरोध कर रही है. जनता कांग्रेस सोना और हीरा खदानों के ठेके को निरस्त करने की मांग पर अड़ी है. इसी कड़ी में रायपुर के सोनाखान दफ्तर का जनता कांग्रेस छ्त्तीसगढ़ ने घेराव किया.
कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच टकराव : इस दौरान जनता कांग्रेस के कार्यकर्ताओं सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कार्यकर्ता विभाग के अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन पहले से ही दफ्तर के बाहर तैनात पुलिस ने जनता कांग्रेस के प्रदर्शनकारियों को रोका. इस दौरान पुलिस और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई. कार्यकर्ताओं को दफ्तर में घुसने से रोकने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया.
100 ट्रक कोयला खनिज विभाग के बाहर डालने की धमकी : प्रदर्शन के दौरान जनता कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप साहू ने सीएम भूपेश बघेल पर छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक संसाधनों को बेचने के आरोप लगाए. जनता कांग्रेस की माने तो वो बाहरी हाथों में छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक संपदा को नहीं जाने देंगे.
आदरणीय भूपेश बघेल जी एक तरफ छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया का नारा लगाते हैं. दूसरी तरफ छत्तीसगढ़िया को परबुधिया बनाते हैं. कोयला और सोना की दलाली कर रहे हैं. उन्हें मोटी रकम देकर बेच दे रहे हैं. इसी के विरोध में हम यहां पर आए हैं और हम खनिज विभाग से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द इस टेंडर को निरस्त कर दिया जाए. -प्रदीप साहू, प्रदेशाध्यक्ष जेसीसीजे
टेंडर निरस्त न होने पर खनिज विभाग के बाहर कोयला डालने की धमकी: जनता कांग्रेस जोगी के कार्यकर्ताओं ने टेंडर निरस्त नहीं होने पर 100 ट्रक कोयला खनिज विभाग के बाहर डालने की धमकी भी दी है. साथ ही सीएम भूपेश बघेल को चेतावनी देते हुए कहा है कि प्रदेश का सोना और कोयला बाहरी देशों में नहीं बिकने दिया जाएगा.जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने वर्तमान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य को लूटने के लिए जल्दबाजी कर रही वर्तमान सरकार ने एड़ी चोटी का जोर लगाते हुए टेंडर निकाला है.अपने कार्यकाल के अंतिम 3 महीने में भी छत्तीसगढ़ का हीरा और सोना भी लूट कर ले जाना चाहती है.
विदेशी कंपनी को दिया गया खदानों का ई टेंडर : 6 जुलाई 2023 को विदेशी और बाहरी कंपनियों को छत्तीसगढ़ सरकार ने अनुसूचित क्षेत्र में स्थित 3000 हेक्टेयर में फैले बसना हीरा खदान और महासमुंद और कांकेर में दो सोना खदानों का ठेका दिया है. इस ई टेंडर को निरस्त कराने की मांग को लेकर जनता कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है. प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप साहू के मुताबिक पूर्व में भी अविभाजित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने छत्तीसगढ़ प्रदेश की धन संपदा को बाहरी हाथों में देने का फैसला लिया था. उस वक्त भी हमारे पार्टी के संस्थापक अजीत जोगी ने इसका पुरजोर विरोध किया था. छत्तीसगढ़ के पृथक राज्य बनने के बाद साल 2001 में राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने इस पूरे मामले को रद्द कर दिया था. तब से लेकर कुछ दिन पहले तक यह विषय न्यायालय में विचाराधीन था.