रायपुर: सिविल लाइन पुलिस ने शुक्रवार रात करोड़ों की ठगी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है. ठगी करने वाले आरोपी ने एलईडी लाइट सोलर पैनल और सोलर एनर्जी दिलाने का झांसा देकर पीड़ित से 4 करोड़ 32 लाख रुपए की ठगी की थी. ठगी करने वाले आरोपी ने पीड़ित को प्रदेश के विभिन्न शहरों और गांव में सिविल काम दिलाने का झांसा दिया और अपना शिकार बनाया. सिविल लाइन पुलिस ने आरोपी मनीष मिश्रा के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत मामला दर्ज किया है. करोड़ों की ठगी के मामले में पुलिस पहले भी एक आरोपी शैलेंद्र बघेल को गिरफ्तार कर चुकी है.
सोलर काम दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी: सिविल लाइन थाना प्रभारी अर्चना धुरंधर ने बताया कि सुंदर नगर निवासी पीड़ित सुशील शर्मा ने सिविल लाइन थाने में अपने साथ हुए ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने शैलेंद्र बघेल को गिरफ्तार किया था. आरोपी, पीड़ित का पहचान वाला है. शैलेंद्र बघेल से पूछताछ के बाद उसके साथी मनीष मिश्रा को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया. मनीष मिश्रा दुर्ग जिले का रहने वाला है. जो अभी डीडीनगर रायपुर में रहता था. दोनों ने मिलकर सोलर एनर्जी का काम दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपयों की ठगी की थी.
इस तरह की ठगी: पीड़ित के परिचित आरोपी शैलेंद्र बघेल ने शासकीय विभागों में अच्छी जान पहचान होना बताकर सुशील शर्मा से ठगी की. पीड़ित को ग्राम पंचायत और शहरों में एलइडी लाइट, सोलर पैनल और सोलर एनर्जी का काम दिलाने का झांसा देकर अगस्त 2021 से दिसंबर 2022 तक अलग-अलग किस्तों में 4 करोड़ 32 लाख रुपए ले लिए. ना ही उसे काम मिला और ना ही रकम वापस मिली. जिसके बाद पीड़ित ने सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज कराई.
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सिविल लाइन थाना प्रभारी अर्चना धुरंधर ने बताया कि "ठगी के मामले में पहले पकड़ा गया आरोपी शैलेंद्र बघेल रायपुर के सड्डू का रहने वाला है. आरोपी समृद्धि फर्म इंटरप्राइजेज का संचालक भी है, जो शासकीय विभागों में इस तरह के सिविल कार्य की कुछ सामग्रियों का सप्लाई भी करता है. आरोपी शैलेंद्र बघेल से पूछताछ में पुलिस को बताया कि नहीं वह अपने साथी आरोपी मनीष मिश्रा के साथ मिलकर पीड़ित को अपना शिकार बनाया था. आरोपी मनीष मिश्रा जिला दुर्ग का रहने वाला है. जो वर्तमान में डीडी नगर थाना क्षेत्र रायपुर में रहता था."