रायपुर: कांग्रेस प्रत्याशी और महापौर प्रमोद दुबे और मतदान कर्मियों के बीच जमकर बहस हुई. दरअसल मतदान कर्मियों ने दुबे को मतदान करने से रोक दिया, जिससे वो नाराज हो गए.
प्रमोद दुबे मतदान के लिए पोलिंग बूथ पर पहुंचे. इस दौरान उनके पास फोटो युक्त मतदाता पर्ची थी, लेकिन मतदान अधिकारी ने उनसे फोटो युक्त पहचान पत्र की मांग की. इस बीच काफी देर तक प्रमोद दुबे और मतदाता कर्मियों के बीच नोकझोंक होती रही.
हुई नोक-झोंक
प्रमोद दुबे इस बात पर अड़े थे कि जब लाखों रुपए खर्च कर निर्वाचन आयोग द्वारा फोटोयुक्त मतदाता पर्ची घर- घर पहुंचाई है तो, उसे मतदान के लिए मान्य क्यों नहीं किया जा रहा है. दुबे के इस सवाल जवाब अधिकारी नहीं दे सके.
ये थी वजह
इस बीच काफी देर तक दोनों के बीच बहस होती रही. बाद में प्रमोद दुबे ने अपना फोटो युक्त पहचान पत्र दिखाया, जिसके बाद उन्हें मतदान करने दिया गया. बता दें कि निर्वाचन आयोग की फोटोयुक्त मतदान पर्ची घर-घर भिजवाई गई है और उसके साथ मतदान के लिए एक फोटो युक्त पहचान पत्र लाने को कहा गया है.
11 दस्तावेजों को किया गया मान्य
पहचान पत्र के तौर पर 11 दस्तावेजों को मान्य किया गया है, जिन्हें दिखाकर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं. लेकिन कुछ जगह पर लोग मतदाता फोटो युक्त घर घर पहुंचाए गए मतदाता पर्ची को ही लेकर मतदान केंद्र पहुंच रहे हैं, जिसकी वजह से उन्हें मतदान करने नहीं दिया जा रहा है.