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धान तिहार 2022: टोकन तुंहर हाथ एप से किसान ऐसे ले सकते हैं टोकन

Paddy purchased from token tunhar hath app छत्तीसगढ़ में धान खरीदी में पहली बार एप के जरिए भी टोकन मिल रहा है. एनआईसी ने इस एप को बनाया है. इस एप से किसानों को घर बैठे ही धान खरीदी का टोकन मिल सकेगा know process of token tuhar hath app. यह एप कैसे काम करता है. इस संदर्भ में ईटीवी भारत की टीम ने खाद्य विभाग के असिस्टेंट प्रोग्रामर रोशन कुमार साहू से खास बातचीत की है. जानिए टोकन तुंहर हाथ एप कैसे करता है काम. How token issued from token tunhar hath app

Paddy purchased from token tunhar hath app
टोकन तुंहर हाथ एप
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Published : Nov 1, 2022, 9:24 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की शुरुआत हो चुकी है Paddy purchased from token tunhar hath app. 31 जनवरी 2023 तक धान की खरीदी होगी. इस बार सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों की सहूलियत के लिए टोकन तुंहर हाथ एप की सुविधा दी है. ताकि किसानों को घर बैठे टोकन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए. साथ उपार्जन केंद्रों में होने वाली भीड़ और अन्य समस्याओं से भी निजात दिलाई जा सके. आखिर किसानों को घर बैठे कैसे टोकन मिलेगा और इसकी प्रक्रिया क्या है. यह समझने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने खाद्य विभाग के असिस्टेंट प्रोग्रामर रोशन कुमार साहू से खास बातचीत की. आइये जानते हैं किसानों को एप के माध्यम से कैसे मिलेगा टोकन. How token issued from token tunhar hath app

टोकन तुंहर हाथ एप की खासियत जानिए
कोड के जरिए किसान एप का कर सकेंगे प्रयोग: पहले देखा जाता था कि धान बेचने के लिए उपार्जन केंद्रों में किसानों को टोकन के लिए लंबी कतारें लगानी होती थी. पिछले साल कई केंद्रों में भगदड़ की स्थिति निर्मित हुई थी. बहुत से किसान घायल भी हुए थे. यही वजह है कि सरकार ने एप के माध्यम से टोकन देना शुरू कर दिया है. खाद्य विभाग के असिस्टेंट प्रोग्रामर रोशन कुमार साहू बताते हैं कि "किसानों को पहले अपने एंड्रायड मोबाइल में "टोकन तुंहर हाथ" एप डाउनलोड करना होगा. इसे ओपन करते ही किसान कोड मांगा जाएगा, जो समिति से जारी किया गया कोड होता है. यह दर्ज करते ही आगे की प्रक्रिया शुरू होगी.know process of token tuhar hath app

किसान कोड के बाद करना होगा रजिस्ट्रेशन: किसान जैसे ही अपना कोड डालेगा. उसके बाद एप में किसान का नाम, जिला, उपार्जन केंद्र और मोबाइल नंबर प्रदर्शित होगा. इस दौरान यदि किसान अपना मोबाइल नंबर बदलना चाहे तो वह बदल भी सकता है. यह प्रक्रिया पूरी करने के बाद किसान के मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा. ओटीपी डालते ही रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. रजिस्ट्रेशन होने के बाद इस एप्लीकेशन का डैशबोर्ड स्क्रीन पर दिखने लगेगा. जिसमें टोकन के लिए आवेदन करने के प्रावधान, किसान की जानकारी, किसान के भूमि, बैंक खाता, टोकन और धान खरीदी की जानकारी उपलब्ध होगी.

ये भी पढ़ें: Dhan Tihar 2022: धान तिहार 2022 में टोकन तुंहर हाथ एप की चर्चा, जानिए वजह

रजिस्ट्रेशन के बाद टोकन के लिए भरे फॉर्म: रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद डैशबोर्ड में 6 आप्शन आएंगे. जिसमें किसान की जानकारी, भूमि संबंधी जानकारी, बैंक खाता जानकारी, टोकन संबंधी जानकारी, धान खरीदी की जानकारी और निर्देश शामिल हैं. इसी के साथ डैशबोर्ड के ऊपरी हिस्से में टोकन के लिए आवेदन का भी ऑप्शन आएगा. यदि किसान को टोकन चाहिए तो उसे इस ऑप्शन पर क्लिक करना होगा. इसके बाद उसमें टोकन दिनांक चुनने का पेज आएगा. इसमें आगामी 7 खरीदी दिनांकों की जानकारी उपलब्ध होगी. जिसमें से किसी एक दिनांक के लिए आवेदन करने के लिए "आवेदन करें" के बटन पर क्लिक करना होगा. यह करते ही टोकन की पूरी प्रक्रिया भी पूरी हो जाएगी और किसान चाहे तो उसे पीडीएफ फार्मेट में डाउनलोड भी कर सकता है.


टोकन से सिर्फ मिल सकेगा 30 फीसदी किसानों को टोकन: खाद्य विभाग के अफसर तरुण राठौर ने बताया कि "टोकन तुंहर हाथ" एप की सहायता से पंजीकृत किसान संबंधित उपार्जन केन्द्र में स्वयं के द्वारा निर्धारित तिथि में धान विक्रय के लिए टोकन प्राप्त कर सकते हैं. एप के माध्यम से संबंधित समिति या उपार्जन केन्द्र में हर दिन की खरीदी क्षमता के 30 प्रतिशत की सीमा तक ऑनलाइन टोकन प्राप्त किया जा सकेगा. उक्त सीमा में भी सीमांत, लघु और दीर्घ कृषकों को उनकी पंजीकृत संख्या के अनुपात में टोकन के लिए समान अवसर उपलब्ध कराया जाएगा. संबंधित समिति उपार्जन केन्द्र में शेष 70 प्रतिशत खरीदी क्षमता की मात्रा ऑफलाइन टोकन के लिए उपलब्ध रहेंगी, ताकि जो किसान एप के माध्यम से टोकन प्राप्त करने में असुविधा महसूस करते हैं. उन्हें पूर्व वर्षों की भांति समिति मॉड्यूल से टोकन प्राप्त हो सके.

रायपुर: छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की शुरुआत हो चुकी है Paddy purchased from token tunhar hath app. 31 जनवरी 2023 तक धान की खरीदी होगी. इस बार सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों की सहूलियत के लिए टोकन तुंहर हाथ एप की सुविधा दी है. ताकि किसानों को घर बैठे टोकन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए. साथ उपार्जन केंद्रों में होने वाली भीड़ और अन्य समस्याओं से भी निजात दिलाई जा सके. आखिर किसानों को घर बैठे कैसे टोकन मिलेगा और इसकी प्रक्रिया क्या है. यह समझने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने खाद्य विभाग के असिस्टेंट प्रोग्रामर रोशन कुमार साहू से खास बातचीत की. आइये जानते हैं किसानों को एप के माध्यम से कैसे मिलेगा टोकन. How token issued from token tunhar hath app

टोकन तुंहर हाथ एप की खासियत जानिए
कोड के जरिए किसान एप का कर सकेंगे प्रयोग: पहले देखा जाता था कि धान बेचने के लिए उपार्जन केंद्रों में किसानों को टोकन के लिए लंबी कतारें लगानी होती थी. पिछले साल कई केंद्रों में भगदड़ की स्थिति निर्मित हुई थी. बहुत से किसान घायल भी हुए थे. यही वजह है कि सरकार ने एप के माध्यम से टोकन देना शुरू कर दिया है. खाद्य विभाग के असिस्टेंट प्रोग्रामर रोशन कुमार साहू बताते हैं कि "किसानों को पहले अपने एंड्रायड मोबाइल में "टोकन तुंहर हाथ" एप डाउनलोड करना होगा. इसे ओपन करते ही किसान कोड मांगा जाएगा, जो समिति से जारी किया गया कोड होता है. यह दर्ज करते ही आगे की प्रक्रिया शुरू होगी.know process of token tuhar hath app

किसान कोड के बाद करना होगा रजिस्ट्रेशन: किसान जैसे ही अपना कोड डालेगा. उसके बाद एप में किसान का नाम, जिला, उपार्जन केंद्र और मोबाइल नंबर प्रदर्शित होगा. इस दौरान यदि किसान अपना मोबाइल नंबर बदलना चाहे तो वह बदल भी सकता है. यह प्रक्रिया पूरी करने के बाद किसान के मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा. ओटीपी डालते ही रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. रजिस्ट्रेशन होने के बाद इस एप्लीकेशन का डैशबोर्ड स्क्रीन पर दिखने लगेगा. जिसमें टोकन के लिए आवेदन करने के प्रावधान, किसान की जानकारी, किसान के भूमि, बैंक खाता, टोकन और धान खरीदी की जानकारी उपलब्ध होगी.

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रजिस्ट्रेशन के बाद टोकन के लिए भरे फॉर्म: रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद डैशबोर्ड में 6 आप्शन आएंगे. जिसमें किसान की जानकारी, भूमि संबंधी जानकारी, बैंक खाता जानकारी, टोकन संबंधी जानकारी, धान खरीदी की जानकारी और निर्देश शामिल हैं. इसी के साथ डैशबोर्ड के ऊपरी हिस्से में टोकन के लिए आवेदन का भी ऑप्शन आएगा. यदि किसान को टोकन चाहिए तो उसे इस ऑप्शन पर क्लिक करना होगा. इसके बाद उसमें टोकन दिनांक चुनने का पेज आएगा. इसमें आगामी 7 खरीदी दिनांकों की जानकारी उपलब्ध होगी. जिसमें से किसी एक दिनांक के लिए आवेदन करने के लिए "आवेदन करें" के बटन पर क्लिक करना होगा. यह करते ही टोकन की पूरी प्रक्रिया भी पूरी हो जाएगी और किसान चाहे तो उसे पीडीएफ फार्मेट में डाउनलोड भी कर सकता है.


टोकन से सिर्फ मिल सकेगा 30 फीसदी किसानों को टोकन: खाद्य विभाग के अफसर तरुण राठौर ने बताया कि "टोकन तुंहर हाथ" एप की सहायता से पंजीकृत किसान संबंधित उपार्जन केन्द्र में स्वयं के द्वारा निर्धारित तिथि में धान विक्रय के लिए टोकन प्राप्त कर सकते हैं. एप के माध्यम से संबंधित समिति या उपार्जन केन्द्र में हर दिन की खरीदी क्षमता के 30 प्रतिशत की सीमा तक ऑनलाइन टोकन प्राप्त किया जा सकेगा. उक्त सीमा में भी सीमांत, लघु और दीर्घ कृषकों को उनकी पंजीकृत संख्या के अनुपात में टोकन के लिए समान अवसर उपलब्ध कराया जाएगा. संबंधित समिति उपार्जन केन्द्र में शेष 70 प्रतिशत खरीदी क्षमता की मात्रा ऑफलाइन टोकन के लिए उपलब्ध रहेंगी, ताकि जो किसान एप के माध्यम से टोकन प्राप्त करने में असुविधा महसूस करते हैं. उन्हें पूर्व वर्षों की भांति समिति मॉड्यूल से टोकन प्राप्त हो सके.

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