रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के जाति मामले पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि 2017 में तत्कालीन बाजपा सरकार द्वारा जांच में एक रिपोर्ट आई थी. उस समय जोगी ने कोर्ट में चैलेंज दिया था. अब एक बार फिर उनकी जाति को लेकर बाते हो रही है और जोगी ने दोबार सरकार के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देने की बात कही है.
राज्य सरकार की ओर से बनाई गई छानबीन कमेटी ने रिपोर्ट बनाई है जिसमें कहा गया है कि वे आदिवासी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के समय हाई पावर कमेटी ने अपना प्रतिवेदन दिया था लगभग वहीं प्रतिवेदन अब स्वीकार किया गया है. उन्होंने कहा कि जोगी की जाति को लेकर आगे की स्थिति तो सरकार और न्यायालय ही तय कर पाएगी.
छानबीन समिति के सामने पेश हुए थे जोगी
कौशिक ने कहा कि आदिवासी समाज के होने की वजह से नया राज्य बनने के बाद कांग्रेस ने उनपर भरोसा किया था और उन्हें मुख्यमंत्री बनाया था. बता दें कि जाति मामले पर बनी छानबीन समिति ने अजीत जोगी की जाति को निरस्त करने का फैसला सुनाया है. समिति ने कहा है कि अजीत जोगी आदिवासी नहीं हैं. जोगी का कहना है कि उन्हें इसकी विधिवत जानकारी नहीं मिली है. वे 20 अगस्त को छानबीन समिति के सामने पेश हुए थे.