रायपुर/राजनांदगांव/कांकेर/दंतेवाड़ा/बस्तर: छत्तीसगढ़ में पहले चरण के चुनाव में कुल 20 सीटों पर वोटिंग होनी है. उससे पहले बस्तर और नक्सल प्रभावित राजनांदगांव के इलाकों से नक्सली हिंसा की घटनाएं हो रही है. राजनांदगांव के औंधी इलाके में शुक्रवार रात एक बीजेपी नेता की हत्या हो गई. बीजेपी इसे टारगेट किलिंग बता रही है. लोगों का कहना है कि बिरझू तारम की अज्ञात बंदूकधारियों ने हत्या कर दी. पुलिस जांच में जुट गई है. लगातार पुलिस की कार्रवाई जारी है. इलाके में डीआरजी जवानों और आईटीबीपी सहित पुलिस जवानों की गश्त बढ़ा दी गई है.
बीजेपी नेता की हत्या पर आईजी ने क्या कहा: बीजेपी नेता की हत्या पर राजनांदगांव के आईजी राहुल भगत ने मीडिया को जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि "भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता बिरझू ताराम की एक अज्ञात बंदूकधारी ने हत्या कर दी है. हमने सभी जगह नाकाबंदी कर दी है. मौके से कई राउंड कारतूस बरामद किए गए हैं. ऐसी आशंका है कि नक्सलियों ने इस वारदात को अंजाम दिया होगा" बीजेपी नेता की हत्या पर पूरे बीजेपी में उबाल है. बीजेपी के आला नेता इसे सरकार की नाकमयाबी मान रहे हैं. इसके साथ ही बीजेपी नेता टारगेट किलिंग का आरोप लगा रहे हैं.
कांकेर में पुलिस और नक्सलियों में मुठभेड़: कांकेर में पुलिस और नक्सलियों के बीच एनकाउंटर हुआ है. यह मुठभेड़ शनिवार की सुबह हुई.यहां के कोयलीबेड़ा के गोमे इलाके में यह एनकाउंटर हुआ. जिसमें दो नक्सलियों को सुरक्षाबलों के जवानों ने मार गिराया है. सर्चिंग के दौरान पुलिस को दो नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं. बताया जा रहा है कि दोनों नक्सली पुरुष हैं. दोनों नक्सली कंपनी नंबर पांच के सदस्य बताए जा रहे हैं. घटना स्थल से दो बंदूक बरामद किया गया है
दंतेवाड़ा में नक्सलियों की साजिश नाकाम: शनिवार को ही दंतेवाड़ा में नक्सलियों की साजिश नाकाम कर दी गई. यहां सुरक्षाबलों ने आईईडी प्लांट करने से पहले नक्सलियों के प्लान को फेल कर दिया. अरनपुर के नहाड़ी मार्ग से पुलिस ने आईईडी में लगाए जाने वाले वायर को बरामद किया है. दंतेवाड़ा के एसपी गौरव राय ने इस बात की पुष्टि की है. इलाके में लगातार सर्चिंग की जा रही है.
बीजापुर में 17 अक्टूबर को हुआ नक्सली मुठभेड़: इससे पहले बीजापुर में 17 अक्टूबर को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. बस्तर फाइटर्स के जवानों ने नक्सलियों के ऊपर ताबड़तोड़ प्रहार किया. जिससे नक्सली बैकफुट पर जाने को मजबूर हो गए. इस एनकाउंटर में नक्सलियों का मद्देड़ एरिया कमेटी का नक्सली मारा गया.
इस तरह पहले फेज के चुनाव से पहले लगातार नक्सलियों की तरफ से हो रही हिंसा ने सुरक्षाबलों की चुनौती बढ़ा दी है. बस्तर में चप्पे चप्पे पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. उसके बाद भी नक्सल इलाकों में हिंसा की वारदात हो रही है. जिससे छत्तीसगढ़ में पहले चरण के चुनाव को लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है.