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छत्तीसगढ़ के भांचा राम की प्रतिमा निर्माण पर आर्थिक संकट, मूर्तिकार ने रोका काम, जानिए वजह - RAM STATUE CONTROVERSY

छत्तीसगढ़ के चंदखुरी में भगवान राम की लगने वाली नई प्रतिमा का निर्माण कार्य राशि का भुगतान नहीं होने पर रोका दिया गया है.

Ram statue work stopped
भगवान राम की नई प्रतिमा का काम रूका (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jan 22, 2025, 6:58 PM IST

रायपुर : छत्तीसगढ़ को भगवान राम का ननिहाल माना जाता है. यही वजह है कि छत्तीसगढ़वासी भगवान राम को अपना भांचा यानी कि भांजा कहते हैं. राजधानी रायपुर के चंदखुरी में माता कौशल्या का मंदिर भी है, जहां भगवान राम की 51 फिट विशाल प्रतिमा स्थापित है. इस प्रतिमा की स्थापना पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में की गई थी, लेकिन उस प्रतिमा के मुख और आकृति को लेकर तब विपक्ष में बैठी भाजपा ने आपत्ति जताई थी.

प्रतिमा निर्माण का काम रोका गया : अब प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद सरकार ने इस मूर्ति को बदलने के निर्देश दिए. इसके बाद नई मूर्ति का निर्माण कार्य शुरू हुआ. यह निर्माण कार्य मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सैंड स्टोन से किया जा रहा था. इस प्रतिमा का निर्माण मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा कर रहे थे, लेकिन मूर्ति बनाने की राशि का भुगतान नहीं किये जाने पर मूर्तिकार ने प्रतिमा निर्माण का काम रोक दिया है. उनका कहना है कि जब राशि का भुगतान होगा, उसके बाद इस काम को दोबारा शुरू किया जाएगा.

राशि का भुगतान नहीं करने पर मूर्तिकार ने रोका काम (ETV Bharat)
ईटीवी भारत पर मूर्तिकार ने रखा अपना पक्ष : ईटीवी भारत से टेलिफोनिक चर्चा के दौरान मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा ने कहा कि उन्हें इस मूर्ति को बनाने का ठेका रामकिशोर ने दिया था. रामकिशोर से 70 लाख रुपए में इस मूर्ति को बनाने का ठेका हुआ था. 25 लख रुपए एडवांस देने की बात हुई थी, उसके बाद हमने इस मूर्ति को बनाने का ऑडर लिया था. लेकिन राम किशोर ने 4 लाख रुपए ही दिए और बाकी राशि कुछ दिनों में देने की बात कही थी. अब तक बाकी की राशि का भुगतान नहीं किया गया, जबकि वर्तमान में इस मूर्ति का लगभग 70 फीसदी काम हो चुका है.

बार-बार ठेकेदार को फोन किया, व्हाट्सएप पर मैसेज किया. बावजूद इसके ना तो उन्होंने फोन रिसीव किया है और न ही व्हाट्सएप पर रिप्लाई किया. इसके बाद हमने इस मूर्ति के निर्माण कार्य को रोक दिया है. जब तक राशि का भुगतान नहीं होगा, तब तक आगे मूर्ति निर्माण कार्य नहीं किया जाएगा : दीपक विश्वकर्मा, मूर्तिकार, सैंड स्टोन ग्वालियर

ग्वालियर की विशेष पत्थर से मूर्ति निर्माण : मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा ने बताया कि उन्होंने इस मूर्ति का निर्माण कार्य लगभग 4 महीने पहले शुरू किया गया था. पिछले डेढ़ महीने से यह काम बंद है. इस मूर्ति को बनाने के लिए 20 से 25 कारीगर काम कर रहे थे. यह मूर्ति ग्वालियर की विशेष पत्थर से बनाई जा रही है.

ठेकेदार ने मामले से झाड़ा पल्ला : इस पूरे मामले को लेकर ईटीवी भारत ने ठेकेदार राम किशोर झा से बात की. उनका कहना है कि चंंदखूरी में मूर्ति को रिप्लेस कर रहे हैं. उन्हें डिपार्टमेंट से एक रुपये भी नहीं मिलना है. मूर्तिकार को राशि के भुगतान पर कहा कि जो तय किया गया था, उसके अनुसार भुगतान किया गया है और 31 मार्च तक यह मूर्ति लग जाएगी.

जिम्मेदारों का कुछ भी कहने से इनकार : जब इस पूरे मामले पर छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक विवेक आचार्य से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई. वहीं विभाग की पीआरओ ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.

बहरहाल, मूर्तिकार और ठेकेदार के बीच पैसे को लेकर आ रही दिक्कत की वजह से राम प्रतिमा का निर्माण कार्य रुक गया है. यह प्रतिमा मार्च में स्थापित होनी है और यदि भुगतान नहीं हुआ तो इस मूर्ति के निर्माण में और समय भी लग सकता है. हालांकि, ठेकेदार का यह दावा जरूर है कि वह तय समय के अंदर मूर्ति चंदखुरी स्थित कौशल्या मंदिर में स्थापित कर देंगे. अब देखने वाली बात है कि राम मूर्ति की स्थापना समय पर होती है या नहीं.

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प्रतिमा निर्माण का काम रोका गया : अब प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद सरकार ने इस मूर्ति को बदलने के निर्देश दिए. इसके बाद नई मूर्ति का निर्माण कार्य शुरू हुआ. यह निर्माण कार्य मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सैंड स्टोन से किया जा रहा था. इस प्रतिमा का निर्माण मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा कर रहे थे, लेकिन मूर्ति बनाने की राशि का भुगतान नहीं किये जाने पर मूर्तिकार ने प्रतिमा निर्माण का काम रोक दिया है. उनका कहना है कि जब राशि का भुगतान होगा, उसके बाद इस काम को दोबारा शुरू किया जाएगा.

राशि का भुगतान नहीं करने पर मूर्तिकार ने रोका काम (ETV Bharat)
ईटीवी भारत पर मूर्तिकार ने रखा अपना पक्ष : ईटीवी भारत से टेलिफोनिक चर्चा के दौरान मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा ने कहा कि उन्हें इस मूर्ति को बनाने का ठेका रामकिशोर ने दिया था. रामकिशोर से 70 लाख रुपए में इस मूर्ति को बनाने का ठेका हुआ था. 25 लख रुपए एडवांस देने की बात हुई थी, उसके बाद हमने इस मूर्ति को बनाने का ऑडर लिया था. लेकिन राम किशोर ने 4 लाख रुपए ही दिए और बाकी राशि कुछ दिनों में देने की बात कही थी. अब तक बाकी की राशि का भुगतान नहीं किया गया, जबकि वर्तमान में इस मूर्ति का लगभग 70 फीसदी काम हो चुका है.

बार-बार ठेकेदार को फोन किया, व्हाट्सएप पर मैसेज किया. बावजूद इसके ना तो उन्होंने फोन रिसीव किया है और न ही व्हाट्सएप पर रिप्लाई किया. इसके बाद हमने इस मूर्ति के निर्माण कार्य को रोक दिया है. जब तक राशि का भुगतान नहीं होगा, तब तक आगे मूर्ति निर्माण कार्य नहीं किया जाएगा : दीपक विश्वकर्मा, मूर्तिकार, सैंड स्टोन ग्वालियर

ग्वालियर की विशेष पत्थर से मूर्ति निर्माण : मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा ने बताया कि उन्होंने इस मूर्ति का निर्माण कार्य लगभग 4 महीने पहले शुरू किया गया था. पिछले डेढ़ महीने से यह काम बंद है. इस मूर्ति को बनाने के लिए 20 से 25 कारीगर काम कर रहे थे. यह मूर्ति ग्वालियर की विशेष पत्थर से बनाई जा रही है.

ठेकेदार ने मामले से झाड़ा पल्ला : इस पूरे मामले को लेकर ईटीवी भारत ने ठेकेदार राम किशोर झा से बात की. उनका कहना है कि चंंदखूरी में मूर्ति को रिप्लेस कर रहे हैं. उन्हें डिपार्टमेंट से एक रुपये भी नहीं मिलना है. मूर्तिकार को राशि के भुगतान पर कहा कि जो तय किया गया था, उसके अनुसार भुगतान किया गया है और 31 मार्च तक यह मूर्ति लग जाएगी.

जिम्मेदारों का कुछ भी कहने से इनकार : जब इस पूरे मामले पर छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक विवेक आचार्य से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई. वहीं विभाग की पीआरओ ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.

बहरहाल, मूर्तिकार और ठेकेदार के बीच पैसे को लेकर आ रही दिक्कत की वजह से राम प्रतिमा का निर्माण कार्य रुक गया है. यह प्रतिमा मार्च में स्थापित होनी है और यदि भुगतान नहीं हुआ तो इस मूर्ति के निर्माण में और समय भी लग सकता है. हालांकि, ठेकेदार का यह दावा जरूर है कि वह तय समय के अंदर मूर्ति चंदखुरी स्थित कौशल्या मंदिर में स्थापित कर देंगे. अब देखने वाली बात है कि राम मूर्ति की स्थापना समय पर होती है या नहीं.

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