रायपुर: राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस का मुख्य उद्देश्य ही लोगों को अपने खाने में महत्वपूर्ण मैक्रोन्यूट्रिएंट को जोड़ने के लिए जागरुक करता है. यह दिवस लोगों को पौधे और एनिमल प्रोटीन के अलग अलग स्रोतों के बारे में लोगों को जानकारी देता है और उनकी जागरुकता को बढ़ाता है. 2023 में नेशनल प्रोटीन डे का चौथा साल है. इस साल राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस की थीम 'राइट टू प्रोटीन' है.
राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस का इतिहास: राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस की शुरुआत 27 फरवरी, 2020 को की गई थी. इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य ही लोगों को बेहतर पोषण, स्वास्थ्य और भलाई के लिए पर्याप्त प्रोटीन खपत के महत्व के बारे में शिक्षित करना था. यह देश के लिए एक राष्ट्रीय स्तर पर की जाने वाली स्वास्थ्य जागरूकता पहल है.
भारत में प्रोटीन दिवस को 27 फरवरी 2020 को एक राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य पहल 'प्रोटीन के अधिकार' के तहत शुरू किया था. इसका उद्देश्य है लोगों की प्रोटीन के प्रति लोगों की जागरूकता को बढ़ाना और प्रोटीन के स्वास्थ्य लाभों के बारे में भारत को फैलाना है. यह दिन दुनिया भर के कई देशों में मनाया जाता है.
राइट टू प्रोटीन: प्रोटीन का अधिकार पहल भारत का पहला ऐसा कार्यक्रम है जो भारत के लिए पोषण के मूल के रूप में पर्याप्त प्रोटीन के अधिकार के लिए लोगों से समर्थन मांगता है. इस पहल का उद्देश्य भारत में उपभोग किए जाने वाले विभिन्न प्रोटीनों की गुणवत्ता और स्थिरता में सुधार लाना है. इसका उद्देश्य पोल्ट्री, पशुधन और पशुधन और जलीय कृषि के लिए अधिक प्रोटीन की खपत का नेतृत्व करना है.
राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस का का थीम: प्रोटीन दिवस का साल 2023 में थीम है 'प्रोटीन का अधिकार'. जिसका उद्देश्य है 'सभी के लिए प्रोटीन की आसान पहुंच' और 'प्रोटीन की उपलब्धता' को लिए लोगों को जागरुक करना है. यह दिवस उद्योग और समान विचारधारा वाले लोगों को उनके भोजन में प्रोटीन की पर्याप्तता को बढ़ावा देने के मिशन को दर्शाता है.