रायपुर : पुराणों में विदित है पृथ्वी की उत्पत्ति से लेकर हरि के अवतार तक हर युग में नागों का अपना अलग स्थान रहा है. ऐसा माना जाता है कि धरती शेषनाग के फन पर टिकी है.वहीं अमृत की प्राप्ति भी शेषनाग वासुकी के कारण ही मुमकिन हो सकी.आज के युग में सांपों को पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ही पूजा जाता है.
भारत में नागों को पूजने की परंपरा :भारत देश में सांपों की एक विशेष दिन पूजा की जाती है.जिसे नागपंचमी कहा जाता है.इस दिन शिव के श्रृंगार नाग की पूजन कर लोग उन्हें प्रसन्न करते हैं.ऐसा भी कहा जाता है कि कुंडली में कालसर्प दोष यदि हो तो नागपंचमी के दिन विशेष पूजा से वो दूर हो सकती है.आज हम आपको बताएंगे नागपंचमी वाले दिन किन राशियों का भाग्योदय हो सकता है.
"नाग पंचमी के दिन चित्र नक्षत्र है और शुभ योग है. मिथुन राशि वाले जातकों के लिए नाग पंचमी कर्क राशि वाले जातक भी फायदे में रहेंगे. कर्क राशि वाले जातक काले तिल का दान करें उनके लिए फायदेमंद रहेगा. सिंह राशि वाले जातक उलझन में रह सकते हैं. इसलिए उन्हें भगवान शिव का पूजन और सर्प का दान करना चाहिए. कन्या राशि वाले जातक वाहन चलाते समय सावधान रहें. वृश्चिक राशि वाले जातकों को संतान को लेकर थोड़ी चिंताएं हो सकती. मीन, मिथुन, वृश्चिक राशि धनु, मकर इन राशियों में लाभ की स्थिति है. वहीं मेष, वृषभ और कन्या राशि के जातक थोड़ा सावधान रहें.'' पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी,ज्योतिषाचार्य
नागपंचमी के दिन राशियों के उपाय : मेष राशि के लोगों को राहु ग्रह से संबंधित समस्या हो सकती है. इसे दूर करने के लिए उन्हें नाग पंचमी के दिन रुद्राष्टाध्यायी का पाठ करना चाहिए. कर्क राशि के जातकों को नाग पंचमी के दिन श्रीफल को बहते पानी में प्रवाहित करना चाहिए. भगवान शिव को एक नाग की प्रतिमा भी चढ़ानी चाहिए. कन्या राशि के जातकों को किसी विकलांग या असमर्थ व्यक्ति की मदद करना लाभप्रद मिलेगा. वृश्चिक राशि वालों को गणेश जी की पूजा करनी चाहिए और भगवान गणेश को पीले रंग का फूल चढ़ाना चाहिए. मकर राशि के लोगों को लोगों को भोजन दान करना चाहिए. कुंभ राशि के लोगों को बहते पानी में कोयला प्रवाहित करना चाहिए. मीन राशि के लोगों को नाग पंचमी के दिन भगवान शिव के मंत्र का जाप करना चाहिए.
कब है नाग पंचमी : इस साल 21 अगस्त को नाग पंचमी का त्यौहार मनाया जाएगा. 21 अगस्त की रात 12:21 को नाग पंचमी शुरू होगी जो 22 अगस्त को दोपहर 2:00 बजे तक रहेगी. नाग पंचमी के दिन लोग नाग देवता को दूध का भोग लगाते हैं. नाग पंचमी महापर्व के दिन तक्षक, करकट, शंख, पिंगल, कालिया, वासुकी, अनंत पढ्न्भ नामक नागदेव की पूजा की जाती है.