रायपुर: रायपुर जिला कोर्ट में पेशी पर आया हत्या का आरोपी अनुपम झा फरार फरार हो गया. अनुपम को पुलिस पेशी के लिए कोर्ट लाई थी. इसी दौरान वह पुलिसकर्मियों को चकमा देकर हथकड़ी समेत फरार हो गया. कोर्ट के आसपास के इलाके में पुलिस ने घेराबंदी कर दी. सिविल लाइन थाना क्षेत्र का यह मामला है.
कोर्ट में पेशी पर आया आरोपी फरार
जानकारी के मुताबिक फरार आरोपी ने 2018 में राजेन्द्र नगर इलाके में सराफा व्यापारी से लूट की घटना को अंजाम दिया था. उसके बाद आरोपी ने लूट के समान के बंटवारे को लेकर अपने सहयोगी राकेश जायसवाल की हत्या कर दिया था. 2020 में टिकरापारा पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया था. आरोपी अनुपम झा विशेष न्यायाधीश के समक्ष कोर्ट में पेश करने लाया गया था. कोर्ट में पेशी पर आया कैदी पुलिस को चकमा देकर फरारा हो गया. फिलहाल पुलिस फरार आरोपी की छानबीन कर रही है.
फरार आरोपी की तलाश जारी
बता दें कि फरार हुए आरोपी को रायपुर सेंट्रल जेल से पेशी के लिए रायपुर कोर्ट लाया गया था. आरोपी अनुपम झा पर सराफा व्यापारी पंकज बोथरा से जेवर लूटने और उसकी गोली मारकर हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था. साथ ही अनुपम पर अपने सहयोगी की हत्या का भी आरोप है. फिलहाल रायपुर पुलिस ने कोर्ट के आसपास के साथ ही में घेराबंदी कर आरोपी की तलाश शुरु कर दी है.
पुलिसकर्मी को चकमा देकर हुआ फरार
बता दें कि पुलिस लाइन में पदस्थ आरक्षक रावेंद्र प्रसाद पटेल आरोपी अनुपम झा को विशेष न्यायाधीश विजय कुमार होता की कोर्ट में पेशी के लिए लाया था. इसी दौरान उसने पुलिसकर्मी को वॉशरूम जाने की बात कहीं और इसके बाद चकमा देकर हथकड़ी समेत वहां से फरार हो गया. इस दौरान खुद आरक्षक ने उसे ढूंढने की कोशिश भी की, लेकिन तब तक आरोपी कोर्ट से फरार हो चुका था. इसके बाद आरक्षक ने आरोपी के फरार होने की रिपोर्ट सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई.
लूट के माल के बंटवारे को लेकर साथी की हत्या
जानकारी के मुताबिक आरोपी अनुपम झा मूलतः बिहार का रहने वाला है.आरोपी ने अपने सहयोगी के साथ मिलकर 2018 में राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र में सराफा व्यापारी से लूट की वारदात को अंजाम दिया था. इसके बाद उसके सहयोगी के साथ लूट के माल के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था. 2 जनवरी 2020 को आरोपी ने अपने सहयोगी राकेश जायसवाल की टिकरापारा थाना क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी थी.इसके बाद पुलिस ने आरोपी को 2 दिन के भीतर गिरफ्तार कर लिया था. इतना ही नहीं बल्कि आरोपी के ऊपर 2016 में हुए पंकज बोथरा हत्याकांड को भी अंजाम देने का आरोप लगा था.