बस्तर: बस्तर के सबसे बड़े शिक्षा संस्थान माने जाने वाले शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में इन दिनों फीस में इजाफे का मुद्दा गरमा गया है. सोमवार और मंगलवार को इस मुद्दे पर बस्तर यूनिवर्सिटी में छात्र संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया. सोमवार को छात्रों पर विरोध प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ करने का आरोप बी लगा है. एबीवीपी के कार्यकर्ताओं पर बस्तर यूनिवर्सिटी के गेट को तोड़ने और प्रशासनिक भवन में तोड़फोड़ का आरोप लगा है.
फीस बढ़ोत्तरी पर NSUI का विरोध प्रदर्शन: फीस बढोत्तरी के मुद्दे पर एनएसयूआई ने भी विरोध प्रदर्शन किया है. मंगलवार को NSUI के कार्यकर्ताओं ने फीस में इजाफे पर अपना विरोध दर्ज कराया. बस्तर एनएसयूआई के अध्यक्ष विशाल खंभारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कि विश्वविद्यालय ने सभी कोर्सों की फीस दोगुनी कर दी है. जिससे 50,000 छात्रों पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है.
हमारी मांग है कि बस्तर के शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में फीस कम किया जाए. इस मांग को लेकर हमने ज्ञापन सौंपा है. मेरा आरोप है कि विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार हो रहा है: विशाल खंभारी , अध्यक्ष, NSUI, बस्तर
फीस बढ़ाने पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने क्या कहा?: शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में फीस की बढ़ोत्तरी के मुद्दे पर यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ. राजेश लालवानी ने मीडिया से बात की है. उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 लागू होने के बाद सेमेस्टर परीक्षाओं की प्रक्रिया में अधिक खर्च होता है. परीक्षा का फार्म भरा जा रहा है. सेमेस्टर की परीक्षा जनवरी माह में होनी है. परीक्षा कार्य के लिए प्रिंटिंग, पैकिंग जैसे अन्य कार्य किये जाते हैं. जिसकी वजह से फीस बढ़ाई गई है.
फीस में इजाफे का छात्र संगठन विरोध कर रहे हैं. इसको लेकर एबीवीपी और एनएसयूआई दोनों छात्र संगठन की तरफ से ज्ञापन मिला है. इस पर चर्चा की जाएगी: डॉ. राजेश लालवानी, कुलसचिव, शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय, बस्तर
बस्तर का शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय क्षेत्र में उच्च शिक्षा का सबसे बड़ा संस्थान माना जाता है. ऐसे में फीस बढ़ोत्तरी का विवाद जल्द नहीं सुलझा तो आने वाले समय में विद्यार्थियों को परेशानी हो सकती है.