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बीजेपी ने हमारे दो राजाओं को तो गुमराह कर लिया, तीसरे को नहीं कर पाएगी : बृहस्पति सिंह

छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार (Chhattisgarh Congress Government) में तानातनी है. इन सब के बीच विधायक बृहस्पति सिंह (MLA Brihaspati Singh) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि राज्य में कांग्रेस सरकार के बारे में जो भी अटकलें लगाई जा रही हैं, वह सब बीजेपी (BJP) की रची साजिश है. बीजेपी, कांग्रेस से जुड़े दो राजाओं को गुमराह करने में कामयाब हो गई, लेकिन तीसरे को कांग्रेस से नहीं तोड़ पाएगी.

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विधायक बृहस्पति सिंह
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Published : Oct 1, 2021, 4:25 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार (Chhattisgarh Congress Government) में तनातनी और टीएस सिंहदेव ( TS Singhdev ) की नाराजगी की खबरों पर विधायक बृहस्पति सिंह ( MLA Brihaspati Singh ) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि राज्य में कांग्रेस सरकार के बारे में जो भी अटकलें लगाई जा रही हैं, वह सब बीजेपी (BJP) की रची साजिश है. बीजेपी, कांग्रेस से जुड़े दो राजाओं को गुमराह करने में कामयाब हो गई, लेकिन तीसरे को कांग्रेस से नहीं तोड़ पाएगी. बृहस्पति सिंह ने बाकायदा ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) और कैप्टन अमरिंदर सिंह ( Capt Amarinder Singh) का नाम लेते हुए दो राजाओं का उदाहरण दिया. जबकि तीसरे राजा के रूप में छत्तीसगढ़ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंह देव हैं, जो इन दिनों पार्टी से नाराज बताए जा रहे हैं.

चुनाव में जीत के बाद शीर्ष नेतृत्व की देन थी-ढाई-ढाई साल के सीएम

खबरें सामने आई थीं कि जब राज्य में कांग्रेस चुनाव जीती तो टीएस बाबा और भूपेश बघेल ( Bhupesh Baghel )के नाम मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगे रहे. शीर्ष नेतृत्व ने उस समय किसी भी विवाद की आशंका से बचने के लिए ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला तय किया और इस तरह से दोनों नेताओं को सहमत कर लिया. भूपेश सरकार के ढाई वर्ष का कार्यकाल पूरा होते ही टीएस सिंहदेव ने शीर्ष नेतृत्व को उनका वादा याद दिलाया, लेकिन न तो उन्हें आलाकमान से ही स्पष्ट उत्तर मिला और न सूबे में विधायक ही उनके समर्थन में आए.

तमाम कहानियां गढ़ी हुईं हैं, एकजुट हैं हमारे विधायक

कांग्रेस विधायक पार्टी के अंदर टूट की खबरों का खंडन करते हुए बृहस्पति ने कहा कि ये तमाम कहानियां गढ़ी गई हैं. हमारी पार्टी के विधायक एकजुट हैं. यदि दो चार विधायक किसी के बहकावे में आते भी हैं तो सरकार को कोई नुकसान नहीं होने वाला है, क्योंकि 90 में से 70 विधायक कांग्रेस के हैं और सरकार की स्थिति राज्य में पूरी तरह मजबूत है.

15 विधायकों समेत दिल्ली पहुंचे थे बृहस्पति

बता दें कि बृहस्पति सिंह के साथ 15 अन्य विधायक भी बुधवार रात दिल्ली पहुंचे थे, जिसके बाद एक बार फिर से छत्तीसगढ़ का सियासी पारा चढ़ गया था. बृहस्पति सिंह खुलकर भूपेश बघेल के समर्थन में बोले और उन्होंने बताया कि उनके दिल्ली आने का उद्देश्य राहुल गांधी के दौरे से संबंधित है. राहुल गांधी छत्तीसगढ़ के दौरे पर जाने वाले हैं और सभी विधायक चाहते हैं कि वह अपने कार्यक्रम को और विस्तृत कर कुछ अन्य जिलों को भी सूची में शामिल करें. हालांकि यह बात दीगर है कि बृहस्पति समेत अन्य विधायकों का कांग्रेस के किसी भी शीर्ष नेता से दिल्ली में मुलाकात नहीं हो सकी. वे सभी आज शाम छत्तीसगढ़ लौट आएंगे.

सिंहदेव ने स्पष्ट नहीं किया कि तनातनी का कैसा है माहौल

बहरहाल, भूपेश समर्थक विधायक बृहस्पति सिंह भले ही कांग्रेस में सब ठीक-ठाक बता रहे हों, लेकिन अब तक स्वयं टीएस सिंहदेव ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि अंदरखाने मुख्यमंत्री के पद को लेकर कोई तनातनी का माहौल नहीं है. उन्होंने यह जरूर कहा है कि वह कांग्रेस पार्टी कभी नहीं छोड़ेंगे. कपिल सिब्बल के बयान और पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं में असंतोष पर कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा कि ये नेता उस समय से कांग्रेस का हिस्सा है, जब इन्होंने इंदिरा गया गांधी और उनके बाद राजीव गांधी के साथ भी काम किया है. उम्मीद है कि सब एकजुट होकर भाजपा को परास्त करने का काम करेंगे.

रायपुर: छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार (Chhattisgarh Congress Government) में तनातनी और टीएस सिंहदेव ( TS Singhdev ) की नाराजगी की खबरों पर विधायक बृहस्पति सिंह ( MLA Brihaspati Singh ) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि राज्य में कांग्रेस सरकार के बारे में जो भी अटकलें लगाई जा रही हैं, वह सब बीजेपी (BJP) की रची साजिश है. बीजेपी, कांग्रेस से जुड़े दो राजाओं को गुमराह करने में कामयाब हो गई, लेकिन तीसरे को कांग्रेस से नहीं तोड़ पाएगी. बृहस्पति सिंह ने बाकायदा ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) और कैप्टन अमरिंदर सिंह ( Capt Amarinder Singh) का नाम लेते हुए दो राजाओं का उदाहरण दिया. जबकि तीसरे राजा के रूप में छत्तीसगढ़ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंह देव हैं, जो इन दिनों पार्टी से नाराज बताए जा रहे हैं.

चुनाव में जीत के बाद शीर्ष नेतृत्व की देन थी-ढाई-ढाई साल के सीएम

खबरें सामने आई थीं कि जब राज्य में कांग्रेस चुनाव जीती तो टीएस बाबा और भूपेश बघेल ( Bhupesh Baghel )के नाम मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगे रहे. शीर्ष नेतृत्व ने उस समय किसी भी विवाद की आशंका से बचने के लिए ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला तय किया और इस तरह से दोनों नेताओं को सहमत कर लिया. भूपेश सरकार के ढाई वर्ष का कार्यकाल पूरा होते ही टीएस सिंहदेव ने शीर्ष नेतृत्व को उनका वादा याद दिलाया, लेकिन न तो उन्हें आलाकमान से ही स्पष्ट उत्तर मिला और न सूबे में विधायक ही उनके समर्थन में आए.

तमाम कहानियां गढ़ी हुईं हैं, एकजुट हैं हमारे विधायक

कांग्रेस विधायक पार्टी के अंदर टूट की खबरों का खंडन करते हुए बृहस्पति ने कहा कि ये तमाम कहानियां गढ़ी गई हैं. हमारी पार्टी के विधायक एकजुट हैं. यदि दो चार विधायक किसी के बहकावे में आते भी हैं तो सरकार को कोई नुकसान नहीं होने वाला है, क्योंकि 90 में से 70 विधायक कांग्रेस के हैं और सरकार की स्थिति राज्य में पूरी तरह मजबूत है.

15 विधायकों समेत दिल्ली पहुंचे थे बृहस्पति

बता दें कि बृहस्पति सिंह के साथ 15 अन्य विधायक भी बुधवार रात दिल्ली पहुंचे थे, जिसके बाद एक बार फिर से छत्तीसगढ़ का सियासी पारा चढ़ गया था. बृहस्पति सिंह खुलकर भूपेश बघेल के समर्थन में बोले और उन्होंने बताया कि उनके दिल्ली आने का उद्देश्य राहुल गांधी के दौरे से संबंधित है. राहुल गांधी छत्तीसगढ़ के दौरे पर जाने वाले हैं और सभी विधायक चाहते हैं कि वह अपने कार्यक्रम को और विस्तृत कर कुछ अन्य जिलों को भी सूची में शामिल करें. हालांकि यह बात दीगर है कि बृहस्पति समेत अन्य विधायकों का कांग्रेस के किसी भी शीर्ष नेता से दिल्ली में मुलाकात नहीं हो सकी. वे सभी आज शाम छत्तीसगढ़ लौट आएंगे.

सिंहदेव ने स्पष्ट नहीं किया कि तनातनी का कैसा है माहौल

बहरहाल, भूपेश समर्थक विधायक बृहस्पति सिंह भले ही कांग्रेस में सब ठीक-ठाक बता रहे हों, लेकिन अब तक स्वयं टीएस सिंहदेव ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि अंदरखाने मुख्यमंत्री के पद को लेकर कोई तनातनी का माहौल नहीं है. उन्होंने यह जरूर कहा है कि वह कांग्रेस पार्टी कभी नहीं छोड़ेंगे. कपिल सिब्बल के बयान और पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं में असंतोष पर कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा कि ये नेता उस समय से कांग्रेस का हिस्सा है, जब इन्होंने इंदिरा गया गांधी और उनके बाद राजीव गांधी के साथ भी काम किया है. उम्मीद है कि सब एकजुट होकर भाजपा को परास्त करने का काम करेंगे.

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