रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश और ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रुद्र कुमार के मार्गदर्शन में मैनपाट के सुप्रसिद्ध तिब्बती पैटर्न के कालीन उद्योग को पुनर्जीवित किया जा रहा है. मंत्री गुरु रुद्रकुमार ने कहा कि राज्य शासन की मंशा के अनुरूप ग्रामोद्योग विभाग प्रवासी श्रमिकों के लिए कार्ययोजना बनाकर उन्हें नियमित रोजगार उपलब्ध करा रहा है. साथ ही विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने हर संभव मदद दी जा रही है.
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तिब्बती पैटर्न के कालीन उद्योग को मिला नया जीवन
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100 से ज्यादा कारीगरों को मिलेगा रोजगार
इस केंद्र के माध्यम से लगभग 100 से ज्यादा कालीन बुनाई करने वाले कारीगरों को रोजगार से जोड़ा जाएगा. उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण से पहले बतौली, सीतापुर के सैकड़ों कालीन बुनाई करने वाले कारीगर उत्तर प्रदेश के भदोही और मिर्जापुर जाकर कालीन बुनाई का काम करते थे. लेकिन अभी वहां नहीं जा पाने के कारण बेरोजगार हैं. इन कारीगरों को मैनपाट के कालीन बुनाई केन्द्र से जोड़कर इन्हें रोजगार देने की पहल बोर्ड ने शुरू की है. ताकि कालीन बुनाई करने वाले स्थानीय कारीगरों को मैनपाट में ही रोजगार मिल सके. इन कारीगरों को मैनपाट के केन्द्र से जोड़ने से तिब्बती कालीन की बुनाई के काम में तेजी आएगी.
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