रायपुर: छत्तीसगढ़ के दुर्ग के रहने वाली IPS अंकिता शर्मा को वर्दी में देखकर हर लड़की को गर्व महसूस होता है. आज छत्तीसगढ़ की हजारों लड़कियों की प्रेरणस्रोत बन चुकी अंकिता शर्मा से ETV भारत ने खास बातचीत की. रायपुर के कोतवाली थाने में सीएसपी के पद पर पदस्थ अंकिता ने ड्यूटी ज्वाइन करने के कुछ ही घंटों बाद ही राजधानी में ड्रग्स का कारोबार चलाने वालों का पर्दाफाश करने के लिए कमर कस ली और पहली महिला ड्रग्स पैडलर को गिरफ्तार किया. अपने प्रोफेशन को लेकर अंकिता बचपन से ही गंभीर थीं और शुरुआत से उन्होंने किसी और फील्ड की तरफ न देखते हुए अपने लक्ष्य पर फोकस किया. 2 बार UPSE की परीक्षा में असफल होने के बाद आखिर अंकिता ने 2018 में इस परीक्षा को पास करते हुए अपने सपने को पूरा किया. अंकिता शर्मा छत्तीसगढ़ में होम कैडर पाने वाली पहली महिला IPS हैं.
अंकिता से जब ETV भारत ने पूछा कि उन्होंने अपने करियर के लिए IPS ही क्यों चुना, तो उनका जवाब था कि 'मुझे IPS प्रोफेशन के तौर पर बचपन से ही अच्छा लगता था और यूनिफॉर्म का क्रेज पहले से ही था. मैं हमेशा इसके लिए तत्पर थी, इसलिए मैंने आईपीएस बनना ही चुना.'
किरण बेदी प्रेरणास्रोत
अक्सर हमने देखा है कि पुलिस की ट्रेनिंग के नाम से अच्छे-अच्छों के पसीने छूट जाते हैं. IPS की ट्रेनिंग के दौरान अंकिता ने बताया कि उन्हें कई तरह की बातें सीखने को मिलीं, जिसमें मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनना, लोगों से मिलना और बात करने का तरीका, अपराध को किस तरह से समझा जाए और उसे सुलझाया जा सके, ये सभी बातें शामिल हैं.
अंकिता कहती हैं कि मैंने किरण बेदी से काफी प्रेरणा ली है. उनको फॉलो किया है उन्हें आदर्श माना है. जब मैंने उनकी जीवनी पढ़ी, तो उनकी लाइफ की दो-तीन घटनाओं से मुझे बहुत ज्यादा प्रेरणा मिली. मैंने सर्विस में उन्हीं को आदर्श माना है और उनके जो इंटीग्रिटी है स्टैंड लेने की और जिस तरह की वो लेडी हैं, वह मुझे बहुत अच्छा लगता है.
घबराएं नहीं जिम्मेदारी निभाएं
पुलिस के प्रोफेशन में जाने से महिलाएं थोड़ा घबराती हैं. अंकिता ने इस पर कहा कि 'एक ऑफिसर कभी लेडी या जेंट्स नहीं होता, एक ऑफिसर हमेशा ऑफिसर होता है चाहे वह महिला हो या पुरुष, क्योंकि हमारे ऊपर जिम्मेदारी आईपीएस की है. जिम्मेदारी यह नहीं देखती कि आप पुरुष या महिला हैं. जिम्मेदारी को संपूर्ण तरीके से निभाना होता है चाहे वह मैं रहूं या कोई और.. अपने मन का वहम है कि आप महिला हैं तो ये काम नहीं कर सकती.
ड्रग्स पैडलर पर की जा रही कार्रवाई
ड्यूटी ज्वाइन करते ही अंकिता को रायपुर के ड्रग्स मामले में कार्रवाई की जिम्मेदारी सौंप दी गई. इस केस को अंकिता बखूबी हैंडल कर रही हैं. अंकिता से जब पूछा गया कि इसे लेकर वह किस तरह कार्रवाई कर रही हैं, तो उन्होंने कहा कि '30 सितंबर को हमने 17 ग्राम कोकीन का पकड़ा था. उस समय से इस कार्रवाई की शुरुआत हुई थी और आज बहुत बड़े-बड़े लोग हैं, जो इससे जुड़े हुए हैं. जो भी लोग आज ड्रग्स को बढ़ावा दे रहे हैं और हमारे यूथ को इस जाल में डाल रहे हैं, उन पर रोक लगानी होगी. हमारे सीनियर अधिकारियों के साथ चर्चा हुई और इस पर रोक लगाने के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया, जिसके अनुसार आज इस पर कार्रवाई की जा रही है. अब तक हमने जो भी इस पर कार्रवाई की है, हमने यही पाया है कि लोग इसमें इंडिविजुअल लेवल पर ड्रग्स का सेवन करते हैं. कहीं पर यह नहीं आया कि होटल में पार्टी के दौरान खुले तौर पर ड्रग्स खरीदे या बेचे जाते हैं. लोग या तो ड्रग्स कंज्यूम करके वहां पार्टियों में जाते थे या पार्टियों में जाकर खुद कंज्यूम करते थे. अभी तक पर्टिकुलर किसी विशेष पब या होटल का नाम इसमें सामने नहीं आया है.
छात्र लक्ष्य पर करें फोकस
युवा आईपीएस और आईएएस की पढ़ाई कर रहे हैं, उनके लिए अंकिता शर्मा ने कहा है कि सबसे पहले उन युवाओं को मैं यह कहना चाहूंगी कि आप कन्फ्यूज ना रहें, कभी यह ना सोचें कि यह मैं कर सकता हूं या नहीं कर सकता. इस चीज की दुविधा मन में ना रखें. अगर आपने सोच लिया कि मुझे यह बनना है या मुझे यह करके रहना है, तो आप उसमें अपना 100% दें. अगर आप ऐसा करेंगे, तो जरूर अपने गोल को अचीव करेंगे. मेहनत करिए, अपने आप को धोखा नहीं दें. सोचें कि अगर मुझे यह करना है मतलब करना है. कड़ी मेहनत करें, अपने पर भरोसा रखें, तो आप सफलता जरूर हासिल करेंगे.