ETV Bharat / state

छत्तीसगढ़: पहली बार किसी स्वास्थ्य मंत्री ने पेश की ऐसी मिसाल, नेत्रदान का किया ऐलान

author img

By

Published : Sep 13, 2019, 4:36 PM IST

Updated : Sep 13, 2019, 5:55 PM IST

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने एक नेक पहल की शुरुआत की है. उन्होंने निधन के बाद नेत्रदान का ऐलान किया है.

टीएस सिंहदेव, स्वास्थ्य मंत्री

रायपुर: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने एक नेक पहल की शुरुआत की है. उन्होंने निधन के बाद नेत्रदान का ऐलान किया है.

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने नेत्रदान करने का किया ऐलान

इस मौके पर उन्होंने कहा कि, नेत्रदान कर वो सुकून और संतोष का अनुभव करेंगे. सिंहदेव ने कहा कि, मृत्यु के बाद भी यदि हमारा शरीर किसी के काम आ सके, तो यह संतोष की बात है.

'भ्रांतियों को दूर करने की जरूरत'
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नेत्रदान के प्रति भ्रांतियों को दूर करने की जरूरत है. इसमें एक छोटा सा कट लगाकर केवल आंख की कार्निया निकाली जाती है.

'शरीर को नहीं पहुंचता नुकसान'
बाबा (टीएस सिंहदेव) ने कहा कि इसमें किसी भी तरीके से आंख या शरीर क्षत-विक्षत नहीं होता. नेत्रदान के बाद आपकी आंखें किसी और की जिंदगी रोशन कर सकती हैं.

रायपुर: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने एक नेक पहल की शुरुआत की है. उन्होंने निधन के बाद नेत्रदान का ऐलान किया है.

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने नेत्रदान करने का किया ऐलान

इस मौके पर उन्होंने कहा कि, नेत्रदान कर वो सुकून और संतोष का अनुभव करेंगे. सिंहदेव ने कहा कि, मृत्यु के बाद भी यदि हमारा शरीर किसी के काम आ सके, तो यह संतोष की बात है.

'भ्रांतियों को दूर करने की जरूरत'
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नेत्रदान के प्रति भ्रांतियों को दूर करने की जरूरत है. इसमें एक छोटा सा कट लगाकर केवल आंख की कार्निया निकाली जाती है.

'शरीर को नहीं पहुंचता नुकसान'
बाबा (टीएस सिंहदेव) ने कहा कि इसमें किसी भी तरीके से आंख या शरीर क्षत-विक्षत नहीं होता. नेत्रदान के बाद आपकी आंखें किसी और की जिंदगी रोशन कर सकती हैं.

Intro:Body:रायपुर


स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने की नेत्रदान की घोषणा

मृत्यु के बाद अपने नेत्र दान करेंगे स्वास्थ्य मंत्री

इस मौके पर उन्होंने कहा कि नेत्रदान कर वे सुकून और संतोष का अनुभव कर रहे हैं

मृत्यु के बाद भी यदि हमारा शरीर किसी के काम आ सके तो यह संतोष की बात है

सिंहदेव ने कहा कि नेत्रदान के प्रति भ्रांतियों को दूर करने की जरूरत है।

इसमें एक छोटा सा कट लगाकर केवल आंख का कार्निया निकाला जाता है।

इसमें किसी भी तरीके से आंख या शरीर क्षत-विक्षत नहीं होता। नेत्रदान के बाद आपकी आंखें किसी और की भी जिंदगी रोशन कर सकती हैं।Conclusion:
Last Updated : Sep 13, 2019, 5:55 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.