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Holi 2023: होली पर जरूर लाएं ये चीजें, मां लक्ष्मी की होगी मेहरबानी

होली के पर्व को रंगों का पर्व कहा जाता है. हर कोई रंग और गुलाल में इस दिन रंगे होते हैं. इस पर्व में कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें घर पर लाना बेहद जरूरी है. इससे मां लक्ष्मी की मेहरबानी होती है. घर में सुख समृद्धि रहती है. चूंकि होली पूर्णिमा काल में मनाई जाती है. मान्यता है कि मां लक्ष्मी को शुक्ल पक्ष पूर्णिमा काल बहुत ही प्रिय है. ऐसे में इन चीजों को घर मे लाने से माता लक्ष्मी का वास होता है. आइये जाने कौन कौन सी चीजें घर में लेकर आएं और क्या करें.

Holi 2023
होली 2023
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Published : Mar 7, 2023, 2:49 PM IST

होली 2023

रायपुर: ज्योतिष शास्त्री पं. विनीत शर्मा कहते हैं कि "ॐ हिरण्यवर्णां हरिणीं सुवर्णरजतस्रजाम् , चन्द्रां हिरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो म आवह... सौभाग्य माता जो धन की देवी है. वह चंचला, स्थिर और विद्या की लक्ष्मी मानी जाती है. मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का यह बहुत अच्छा त्यौहार है. जब हम दीपावली में मां लक्ष्मी की पूजन करते हैं उनको बुलाते हैं आराधना करते हैं. साधना करते हैं तो वह काल अमावस्या काल से प्रभावित रहता है. होलिका का पर्व है वह पूर्णिमा काल पर मनाया जाने वाला पर्व है. शुक्ल पक्ष पूर्णिमा जो है माता लक्ष्मी को बहुत प्रिय है. माता लक्ष्मी को इस दिन प्रसन्न करने के लिए सबसे पहले घर में चांदी का सिक्का, चांदी का छल्ला और चांदी की बिछिया अथवा चांदी से बने हुए पात्र. इस तरह की कोई भी चीजें हम घर में लाते हैं तो इससे माता लक्ष्मी का आशीर्वाद घर पर बरसता है.

ज्योतिष शास्त्री पं. विनीत शर्मा कहते हैं कि "इसके साथ ही साथ माता लक्ष्मी के चांदी से बने हुए जो चरण पादुका होती है. इनको भी होली के पर्व में लाने की परंपरा है. इन्हें जब हम अपने घर में लाते हैं तो हमारे जीवन में खुशहाली भी आती है. होली और दीपावली के त्यौहार में विशेषता यह है कि होली के दूसरे दिन और दिवाली के बाद भी भाई दूज का पर्व मनाया जाता है. ऐसे समय में ऐसी मान्यता है बहन के लिए भी सुयोग्य उपहार गिफ्ट देने से भी घर में बरकत आती है. इसमें भावना देने की रहती है, प्रेम की रहती है स्नेह बांटने की रहती है और बढ़ाने की रहती है."

आंवला का लगाए पौधा: ज्योतिष शास्त्री पं. विनीत शर्मा कहते हैं कि "इसके साथ साथ ऐसी मान्यता है कि होलिका के समय में आंवले के पेड़ को लगाने की बड़ी मान्यता है. आंवले के पेड़ का यदि हम जागरण करते हैं और उन्हें पल्लवित पोषित करते हैं. ऐसी मान्यता है कि लक्ष्मी की कृपा मिलती है और माता लक्ष्मी हमें आशीर्वाद प्रदान करती हैं. इसके साथ ही कन्या पूजन कराने की भी परंपरा है. गरीब, निराश्रित, विधवाजन और दिव्यांग जनों के लिए होलिका के समय में वस्त्र खरीद कर दें. उन्हें भोजन दिया जाए और धन दिया जाता है. इन तीनों चीजों सुयोग्य व्यक्तियों को गरीब व्यक्तियों को ब्राह्मण व्यक्ति को या निराश्रित लोगों को प्रदान करते हैं. ऐसी मान्यता है कि माता लक्ष्मी अपने भक्तजनों पर बहुत अधिक पसंद होती है और उनका आशीर्वाद मिलता है."

इन मंत्रों का करें जाप: शास्त्री पं. विनीत शर्मा कहते हैं कि "इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है किसी भी निवास कार्यालय या घर के लिए झाड़ू. झाड़ू जो होता है वास्तु शास्त्र में बड़ी मान्यता मिलती है. होलिका के समय में माता लक्ष्मी की भी पूजा की जाती है. इस समय इस पूर्णिमा काल में माता लक्ष्मी के लक्ष्मी कवच, लक्ष्मी सहस्त्रनाम, शिव सुक्तम लक्ष्मी सुक्तम या लक्ष्मी चालीसा का पाठ करने पर माता का आशीर्वाद भरपूर मात्रा में मिलता है. साथ ही साथ नवीन झाड़ू घर पर लाएं. उसको छुपा कर रखने पर भी माता का आशीर्वाद हमें अधिक रूप में मिलता है."

यह भी पढ़ें: Holika Dahan 2023: होलिका दहन पर ना करें यह गलतियां, आपको कर देंगी कंगाल, जानिए


घर की करें साफ सफाई: शास्त्री पं. विनीत शर्मा कहते हैं कि "बहुत से लोग मानते हैं कि होली एक दूसरे पर रंग लगाने का पर्व है जबकि ऐसा नहीं है माता लक्ष्मी का वाष्प उस घर में विशेष रहता है जिस घर में स्वच्छता हो सफाई हो निर्मलता हो किसी भी रूप में होली के समय में होलाष्टक जुकाल पड़ता है 8 दिन पूर्व सऊदी में जो 8 दिन पर्व है इस पूरे समय में सफाई होनी चाहिए घर के चारों को घर के कीड़ों मकोड़ों को सभी को अच्छी तरीके से साफ करना चाहिए सारे लेख साफ होने चाहिए और यदि संभव हो तो इस दिन रंगाई पुताई भी करानी चाहिए कई बार दिवाली में पता ही नहीं की जाती है तो वह लोग इस कालावधी में इस समय अवधि में घर की लिपाई पुताई रंगाई अच्छी तरह से कराई जा सकती है."

होली 2023

रायपुर: ज्योतिष शास्त्री पं. विनीत शर्मा कहते हैं कि "ॐ हिरण्यवर्णां हरिणीं सुवर्णरजतस्रजाम् , चन्द्रां हिरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो म आवह... सौभाग्य माता जो धन की देवी है. वह चंचला, स्थिर और विद्या की लक्ष्मी मानी जाती है. मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का यह बहुत अच्छा त्यौहार है. जब हम दीपावली में मां लक्ष्मी की पूजन करते हैं उनको बुलाते हैं आराधना करते हैं. साधना करते हैं तो वह काल अमावस्या काल से प्रभावित रहता है. होलिका का पर्व है वह पूर्णिमा काल पर मनाया जाने वाला पर्व है. शुक्ल पक्ष पूर्णिमा जो है माता लक्ष्मी को बहुत प्रिय है. माता लक्ष्मी को इस दिन प्रसन्न करने के लिए सबसे पहले घर में चांदी का सिक्का, चांदी का छल्ला और चांदी की बिछिया अथवा चांदी से बने हुए पात्र. इस तरह की कोई भी चीजें हम घर में लाते हैं तो इससे माता लक्ष्मी का आशीर्वाद घर पर बरसता है.

ज्योतिष शास्त्री पं. विनीत शर्मा कहते हैं कि "इसके साथ ही साथ माता लक्ष्मी के चांदी से बने हुए जो चरण पादुका होती है. इनको भी होली के पर्व में लाने की परंपरा है. इन्हें जब हम अपने घर में लाते हैं तो हमारे जीवन में खुशहाली भी आती है. होली और दीपावली के त्यौहार में विशेषता यह है कि होली के दूसरे दिन और दिवाली के बाद भी भाई दूज का पर्व मनाया जाता है. ऐसे समय में ऐसी मान्यता है बहन के लिए भी सुयोग्य उपहार गिफ्ट देने से भी घर में बरकत आती है. इसमें भावना देने की रहती है, प्रेम की रहती है स्नेह बांटने की रहती है और बढ़ाने की रहती है."

आंवला का लगाए पौधा: ज्योतिष शास्त्री पं. विनीत शर्मा कहते हैं कि "इसके साथ साथ ऐसी मान्यता है कि होलिका के समय में आंवले के पेड़ को लगाने की बड़ी मान्यता है. आंवले के पेड़ का यदि हम जागरण करते हैं और उन्हें पल्लवित पोषित करते हैं. ऐसी मान्यता है कि लक्ष्मी की कृपा मिलती है और माता लक्ष्मी हमें आशीर्वाद प्रदान करती हैं. इसके साथ ही कन्या पूजन कराने की भी परंपरा है. गरीब, निराश्रित, विधवाजन और दिव्यांग जनों के लिए होलिका के समय में वस्त्र खरीद कर दें. उन्हें भोजन दिया जाए और धन दिया जाता है. इन तीनों चीजों सुयोग्य व्यक्तियों को गरीब व्यक्तियों को ब्राह्मण व्यक्ति को या निराश्रित लोगों को प्रदान करते हैं. ऐसी मान्यता है कि माता लक्ष्मी अपने भक्तजनों पर बहुत अधिक पसंद होती है और उनका आशीर्वाद मिलता है."

इन मंत्रों का करें जाप: शास्त्री पं. विनीत शर्मा कहते हैं कि "इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है किसी भी निवास कार्यालय या घर के लिए झाड़ू. झाड़ू जो होता है वास्तु शास्त्र में बड़ी मान्यता मिलती है. होलिका के समय में माता लक्ष्मी की भी पूजा की जाती है. इस समय इस पूर्णिमा काल में माता लक्ष्मी के लक्ष्मी कवच, लक्ष्मी सहस्त्रनाम, शिव सुक्तम लक्ष्मी सुक्तम या लक्ष्मी चालीसा का पाठ करने पर माता का आशीर्वाद भरपूर मात्रा में मिलता है. साथ ही साथ नवीन झाड़ू घर पर लाएं. उसको छुपा कर रखने पर भी माता का आशीर्वाद हमें अधिक रूप में मिलता है."

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घर की करें साफ सफाई: शास्त्री पं. विनीत शर्मा कहते हैं कि "बहुत से लोग मानते हैं कि होली एक दूसरे पर रंग लगाने का पर्व है जबकि ऐसा नहीं है माता लक्ष्मी का वाष्प उस घर में विशेष रहता है जिस घर में स्वच्छता हो सफाई हो निर्मलता हो किसी भी रूप में होली के समय में होलाष्टक जुकाल पड़ता है 8 दिन पूर्व सऊदी में जो 8 दिन पर्व है इस पूरे समय में सफाई होनी चाहिए घर के चारों को घर के कीड़ों मकोड़ों को सभी को अच्छी तरीके से साफ करना चाहिए सारे लेख साफ होने चाहिए और यदि संभव हो तो इस दिन रंगाई पुताई भी करानी चाहिए कई बार दिवाली में पता ही नहीं की जाती है तो वह लोग इस कालावधी में इस समय अवधि में घर की लिपाई पुताई रंगाई अच्छी तरह से कराई जा सकती है."

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