रायपुर: लंबी उंचाई वाले घर तो आपने कई देखे होंगे, लेकिन बिना नींव के किसी मकान का 8 फीट बनना शायद ही आपने कहीं देखा होगा. जी हां भनपुरी इलाके में एक मकान को कुछ खास तकनीक का इस्तेमाल कर 8 फीट ऊपर उठाया गया है. इसके लिए सैकड़ों जैक का इस्तेमाल भी किया गया है.
बता दें कि यह मकान रोड से काफी नीचे चला गया था, जिसकी वजह से यहां रहने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था. बारिश के दिनों में मकान के अंदर पानी भर जाना जैसे आम बात हो गई थी.
7 से 8 फीट है मकान की ऊंचाई
मकान मालिक अहूजी भाई पटेल अपने इस दशकों पुराने मकान पर किसी तरह की तोड़फोड़ करना नहीं चाहते थे और ना ही इसे छोड़ना चाहते थे, क्योंकि इस मकान से उनकी कई यादें जुड़ी थी. अहूजी भाई पटेल ने मकान में रहने के लिए इस खास तकनीक का इस्तेमाल किया और अब इस मकान की ऊंचाई 7 से 8 फीट की जा रही है.
घर में भर जाता है पानी
अहूजी भाई पटेल ने बताया कि 'उनका यह मकान 25 साल पुराना है और उस समय रोड काफी नीचे थी. बार-बार रोड बनने की वजह से उनका घर नीचे चला गया था. वहीं रोड की ऊंचाई ज्यादा हो गई है, जिससे बारिश के समय में सारा पानी उनके घर में भर जाता था, जिसको देखते हुए उन्होंने गुजरात से कारीगरों को बुलाया है जो कि जैक के माध्यम से उनके घर को 7 से 8 फीट ऊंचा उठाकर बना रहे हैं.
गुजरात से आई है एक्सपर्ट टीम
गुजरात से आई एक्सपर्ट टीम अपने साथ खास तरह के जैक और दूसरे मशीनरी लेकर आई है इनका दावा है कि यह पहले भी देश के दूसरे राज्यों में इसी तरह के मकान को ऊपर उठा चुके हैं.
हरियाणा से सीखी है कारीगरी
कारीगर अजय नेपाली ने बताया कि वह पिछले 12 साल से यह काम कर रहे हैं और उन्होंने यह काम हरियाणा से सीखा है. अजय नेपाली ने बताया कि सारे कारीगर बिहार के रहने वाले हैं और सभी ने यह कारीगरी हरियाणा से सीखी है, जिसके बाद 2008 से गुजरात में ऐसे कई घर जैक के माध्यम से ऊपर उठाकर बना चुके हैं और पहली बार छत्तीसगढ़ के रायपुर में किसी का घर ऐसे जैक से ऊंचा उठाकर बना रहे हैं.
लोगों के बीच चर्चा का केंद्र बना
विदेश में तकनीक के बल पर मकान को एक स्थान से दूसरे स्थान पर शिफ्ट कर दिया जाता है. फिलहाल छत्तीसगढ़ में मकान को शिफ्ट तो नहीं किया गया, लेकिन एक पुराने मकान को इस तरह से ऊपर उठाकर इंजीनियरिंग का जो नमूना पेश किया गया है वह लोगों के बीच चर्चा का केंद्र बना हुआ है.