रायपुर/हैदराबाद: साल 2023 का पहला फुलमून दिखेगा. इसके अलावा इस साल आप चार सुपरमून और एक ब्लूमून का नजारा देख सकेंगे. first full moon of 2023 को साल 2023 की सबसे दुर्लभतम खगोलीय घटना बताया जा रहा है. यह खगोलीय घटना करीब पांच साल बाद लोगों को देखने को मिल रही है.
कई राशियों के जीवन में आएगा बदलाव: इस खगोलीय घटना का आपके जीवन पर असर पड़ेगा. इससे आपके राशिचाल में कई तरह के परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं. चार बार सुपर मून के साथ साथ लोग ब्लू मून का भी दीदार कर सकेंगे. यह खगोलीय घटना दुनिया में काफी रेयर ऑफ रेयरेस्ट मानी जाती है. विज्ञान में इसे वुल्फ माइक्रोमून (Wolf micromoon) भी कहा जाता है. इस खगोलीय घटना के दौरान पृथ्वी और चंद्रमा की दूरी लगभग चार लाख पांच हजार 410 किलोमीटर की होगी.
क्या होता है वुल्फ माइक्रोमून: खगोलीय भाषा में वुल्फ माइक्रोमून के दौरान चंद्रमा पृथ्वी की दूरी में बदलाव देखने को मिलती है. चंद्रमा पृथ्वी से अपनी कक्षा में सबसे दूर होगा. जिसे खगोलीय भाषा में अपोजी apogee कहा जाता है. जबकि जब चंद्रमा पृथ्वी के नजदीक होता है तो इसे पेरिगी perigee कहते हैं. पेरिगी और अपोजी के साथ आकाश में पूर्णिमा देखने को मिलेगी इसलिए इसे सुपरमून और माइक्रोमून कहकर पुकारा जाता है. इसको वुल्फमून (Wolf micromoon) भी इसलिए कहा जाता है क्योंकि साल की शुरुआत में इस दौरान भेड़िए ज्यादा एक्टिव रहते हैं. इस तरह का नाम अमेरिकी खगोलशास्त्रियों ने दिया है.सुपरमून के दौरान चांद अन्य रातों के मुताबिक 14.5 फीसदी चौड़ा और 25 फीसदी अधिक चमकीला दिखाई देता है.
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इस साल चार सुपरमून देखने को मिलेंगे: साल 2023 में चार सुपरमून की बात दिखने की बात कही जा रही है. इसके अलावा कब कब खगोलीय घटना में बदलाव आएगा उसे भी समझ लेते हैं. तीन जुलाई 2023 को बक मून देखने को मिलेगा. एक अगस्त 2023 को स्टर्जन मून हमें देखने को मिल सकता है. इसके अलावा 30 अगस्त 2023 को ब्लू मून दिखाई देगा. जबकि 29 सितंबर 2023 को हार्वेस्ट मून हमें देखने को मिलेगा.