रायपुर : कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास जारी है. देश में 3 मई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है. कोरोना संकट से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री रिलीफ फंड भी बनाए गए हैं, जिसमें लोग अपनी इच्छा अनुसार दान कर सकते हैं. लेकिन इस संकट के दौर में हैकर्स को भी जालसाजी का मौका मिल गया है. जो फर्जी आईडी बनाकर पैसे एकाउंट हैक कर पैसे अपने एकाउंट में ट्रांसफर कर ले रहे हैं. ऐसे हैकर और फर्जी लिंक आईडी को कैसे रोका जाए इसको लेकर एक ETV भारत ने आईटी एक्सपर्ट से बात की है.
निजी कंपनी के आईटी हेड ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान इंटरनेट में ट्रैफिक काफी बढ़ गया है, जिसके कारण इंटरनेट भी स्लो हो गया है और कई बार हैंग भी हो जाता है. कई ऐसी फर्जी लिंक और आईडी भी जनरेट हो गई है जो कि लगातार फॉरवर्ड हो रही है, जिससे कई लोग फॉर्जरी का शिकार भी हो रहे हैं. ऐसे लिंक को जब तक पूरी तरह से लोग संतुष्ट ना हो जाए नहीं खोलना चाहिए.
'अधिकारिक एप्लीकेशन के जरिए ही करें डोनेशन'
उन्होंने बताया कि 'कई ऐसी लिंक हैं जो कि पीएम केयर फंड और सीएम केयर फंड से नाम से फर्जी तौर पर बनाई गई हैं.अगर इस लिंक को आप खोलते हैं तो आपके सारे बैंक के डिटेल उनके पास चले जाएंगे जिससे आप फॉर्जरी का शिकार हो सकते हैं. इसलिए जब तक दिए गए लिंक से संतुष्ट न हो जाए तब तक उसे न खोले और न ही आगे फॉरवर्ड करें. साथ ही जो अधिकारिक एप्लीकेशन हैं जैसे गूगल पे जो कि गूगल कंपनी द्वारा चलाया जाता है उसी में जाकर आप पीएम केयर फंड और सीएम केयर फंड में पैसे ट्रांसफर करें वरना आप फॉर्जरी का शिकार हो सकते हैं'