रायपुर: कोरोना वायरस की वजह से देशभर में लागू लॉकडाउन के बीच ईद-उल-फितर का त्योहार आज मनाया जा रहा है. वहीं लॉकडाउन के चलते लोगों से ईद में गले ना लगकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की गई है. छत्तीसगढ़ राज्य वफ्फ बोर्ड के अध्यक्ष सलाम रिजवी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल अनुसुइया उइके से राजभवन में मुलाकात की. राज्यपाल अनुसुइया उइके ने प्रतिनिधिमंडल को ईद की शुभकामनाएं दीं.
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राज्यपाल ने कहा कि ईद का पर्व सभी के जीवन में खुशियां एवं भाईचारा लेकर आएगा और अमन-चैन, सौहार्द्र और एकता का संदेश देगा. अनुसुइया उइके ने कहा कि छत्तीसगढ़ सदैव शांति का टापू रहा है, यहां ऐसी ही सद्भावना बनी रहे और ये राज्य सदैव प्रगति की राह में आगे बढ़ता रहे. राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कहा कि केन्द्र शासन एवं राज्य शासन ने अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए कई योजनाएं चलाई हैं, जिसकी जानकारी समाज को दें और आगे बढ़कर कर उसका लाभ उठाएं.
कोरोना संकट का सामना
राज्यपाल ने कहा कि इस समय पूरे देश-प्रदेश में कोरोना का संकट छाया हुआ है. यह बड़ी खुशी की बात है कि हम सारे धर्म-सम्प्रदाय और समाज के लोग मिलकर इस कोरोना संकट का सामना कर रहे हैं और हरसंभव सहयोग प्रदान कर रहे हैं. इस अवसर पर वक्फ बोर्ड के सदस्य सैयद फैसल रिजवी, मोहम्मद ताहिर उपस्थित थे.
घर में ही नमाज अदा की
बता दें कि रविवार को चांद दिखने के बाद छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुसार, ईद के मौके पर घरों में ही मुस्लिम समाज के लोगों ने नमाज अदा की. इस बार रोजे के दौरान भी लोगों ने घरों में ही नमाज पढ़ी और मस्जिद बंद रहे.