रायपुर: राजधानी के मौदहापारा थाना क्षेत्र में एक इंस्टीट्यूट संचालक के आत्महत्या (Director suicide) करने का मामला सामने आया है. मिडटाउन होटल (Midtown Hotel) के कमरा नंबर 207 में दिल्ली के रहने वाले अशोक कुमार (Ashok Kumar) ने पंखे से लटककर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मौदहापारा पुलिस (Maudahapara Police) ने प्रथम दृष्टया इसे आत्महत्या का मामला दर्ज कर मृतक के शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया है. बहरहाल मौदहापारा पुलिस और फॉरेंसिक टीम पूरे मामले की जांच में जुट गई है.
8 अक्टूबर को मौदहापारा के होटल मिटाउन में रुके थे
मौदहापारा थाना प्रभारी लक्ष्मी प्रसाद जायसवाल ने बताया कि दिल्ली के रहने वाले अशोक कुमार 8 अक्टूबर को मौदहापारा के होटल मिटाउन में रुके थे. 9 अक्टूबर को कर्मचारियों ने उन्हें देखा था. इसके बाद परिजनों ने होटल के कर्मचारियों को फोन कर अशोक कुमार के बारे में पूछा था, क्योंकि अशोक फोन नहीं उठा रहा था. इसके बाद होटल के कर्मचारियों ने 10 अक्टूबर की देर रात होटल के कमरा नंबर 207 में जाकर देखा तो अशोक कुमार ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली थी. इसकी सूचना मौदहापारा पुलिस को दी गई.
10 अक्टूबर को पुलिस ने सील कर दिया था होटल का कमरा
मौदहापारा पुलिस ने 10 अक्टूबर को होटल मिड टाउन का कमरा नंबर 207 सील कर दिया था. जिसके बाद सोमवार को मौदहापारा पुलिस और फॉरेंसिक की टीम ने अशोक कुमार के शव को नीचे उतारने के बाद पंचनामा की कार्यवाही की और शव का पोस्टमार्टम कराया. शव के पोस्टमार्टम के बाद अशोक कुमार के भाई और साले को अशोक कुमार का शव सौंप दिया गया.
शिक्षण संस्थानों में एडमिशन से संबंधित काम देखता था अशोक
मौदहापारा पुलिस ने बताया कि अशोक शिक्षण संस्थानों में एडमिशन से संबंधित काम देखता था. दिल्ली में उसका वैष्णवी नाम से एक एजुकेशन इंस्टीट्यूट भी है. पुलिस ने घटनास्थल से सुसाइट नोट भी बरामद किया है. इसमें अशोक ने अपने किसी डीके नाम के साथी पर पैसों के लेनदेन में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए उसे ही मौत का जिम्मेदार बताया है. बहरहाल इस पूरे मामले की जांच में मौदहापारा पुलिस जुटी हुई है.
पहले भी होटल में आत्महत्या का मामला आ चुका है सामने
गौरतलब है कि 25 सितंबर को राजधानी के गंज थाना अंतर्गत एक होटल में मध्यप्रदेश के डॉक्टर के द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया था. पुलिस प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला मानकर जांच में जुटी थी. बाद में पुलिस ने इस बात का खुलासा किया था कि डॉक्टर का साथी ही उसकी हत्या करके उसे पंखे से लटकाकर घटना को आत्महत्या करना बताया था. पुलिस ने हत्या के आरोप में डॉक्टर के साथी को गिरफ्तार कर लिया था.