रायपुर: जैसे-जैसे लोग आधुनिकता की ओर बढ़ रहे हैं. साइबर क्राइम की दुनिया भी बड़ी होती जा रही है. आज लगभग हर हाथ में फोन है. लोग बड़ी संख्या में लैपटॉप, मोबाइल, टैब जैसे गैजेट का उपयोग कर रहे हैं. आज इंटरनेट एक बड़ी जरूरत बन चुकी है. लोग व्यापक तौर पर इसका उपयोग कर रहे हैं. ठीक इसी तरह अपराध से जुड़े लोग भी साइबर क्राइम के नए-नए तरीके निकाल रहे हैं. आए दिन सैकड़ों लोग साइबर क्राइम के शिकार हो रहे हैं. एटीएम क्लोनिंग, साइबर ठगी, डाटा की चोरी, स्पैम ईमेल, हैकिंग, फिशिंग, ब्लैक साइट जैसी घटनाएं हो रहीं हैं. कुछ दिनों से व्हाट्सएप पर एक मैसेज फॉरवर्ड हो रहा है. मैसेज में दावा किया जा रहा है कि व्हाट्सएप नए फीचर्स के साथ पिंक व्हाट्सएप है. जिसे जानकार फर्जी बता रहे हैं.
साइबर एक्सपर्ट मोनाली गुहा से जानिए डिजिटल युग में कैसे रहें सुरक्षित?
ETV भारत लगातार अपने पाठकों को साइबर क्राइम से बचाने के लिए पहल कर रहा है. पिछले कुछ दिनों से लगातार व्हाट्सएप में पिंक व्हाट्सएप (pink whatsapp) नाम से एक लिंक फॉरवर्ड हो रहा है. फॉरवर्ड लिंक में एक मैसेज के जरिए बताया जाता है कि व्हाट्सएप अब नए फीचर के साथ उपलब्ध है. लेकिन ठहरिए ऐसा कुछ नहीं है. इस लिंक के जरिए आपके पर्सनल डाटा पर हैकरों की नजर है. ETV भारत ने इसे लेकर साइबर एक्सपर्ट (Cyber expert) मोनाली गुहा से बात की है. ताकि पाठक अपना पर्सनल डाटा सेफ रख सकें.
क्या है पिंक वाट्सऐप
पिछले कुछ दिनों से व्हाट्सएप पर एक मैसेज फॉरवर्ड हो रहा है. जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि व्हाट्सएप नए फीचर्स के साथ पिंक व्हाट्सएप नाम से एक एप्लीकेशन लॉच किया है. आप इस मैसेज के साथ भेजे गए लिंक को क्लिक करिए जिससे आप नया अपडेट इंस्टॉल कर सकते हैं. बता दें कि आप ऐसा बिल्कुल ना करें. क्योंकि यह फर्जी लिंक है. लॉकडाउन के दौरान तेजी से वायरल हो रहा है. इस लिंक को क्लिक करने के बाद आपके मोबाइल में बैक डोर से यानी आपको पता लगे बिना आपके मोबाइल में एपीके फाइल्स (अननोन एप्लीकेशन फाइल) डाउनलोड हो जाएंगे. इसके जरिए आपके मोबाइल के डाटा को लीक कर सकते हैं. इसके जरिए आपके मोबाइल पर वायरस डाला जा सकता है. जिससे आपका मोबाइल हैक भी हो सकता है.
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इस तरह की फर्जी लिंक से बचें
• अगर इस तरह से कोई एप्लीकेशन आपने इंस्टॉल किया है तो तुरंत उस एप्लीकेशन को डिलीट करें और मोबाइल को फॉर्मेट करें. • हो सके तो अपने फोन पर आप एक पेड एंटीवायरस जरूर रखें जो आपको इस तरह के मेंलीशियस एप्लीकेशन के बारे में बता पाए. • यदि आपने अपने फोन पर प्ले प्रोटेक्ट ऑन नहीं किया है आप उसे तुरंत ऑन करें. |
लिंक पर न करें भरोसा
साइबर क्राइम से बचने के लिए जरूरी है कि किसी भी फॉरवर्ड की गई लिंक पर भरोसा ना करें. खासतौर पर क्लोन एप्लीकेशन की बात आती है. जैसे कि पिंक वाट्सऐप है. किसी भी एप्लीकेशन को उसके ऑफिसियल साइट या फिर गूगल प्ले स्टोर से ही डाउनलोड करें.