रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना वैक्सीन (corona vaccine) की कमी को लेकर एक बार फिर छत्तीसगढ़ सरकार (chhattisgarh government ने केंद्र सरकार (central government )पर निशाना साधा है. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Chhattisgarh Health Minister TS Singh Deo) ने कहा है कि केंद्र सरकार प्रदेश को वैक्सीन उपलब्ध नहीं करवा पा रही है. जिसके कारण 18 से अधिक उम्र के वालों का टीकाकरण प्रभावित हो रहा है. वहीं 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए प्रदेश में वैक्सीन पर्याप्त है, लेकिन इस वर्ग के लोग टीका लगवाने नहीं आ रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा कि, केंद्र सरकार को 18 + और 45 + के लिए बनी अलग-अलग नीति अब खत्म कर देनी चाहिए.
'कोटा को लेकर फैलाया गया भ्रम गलत'
छत्तीसगढ़ में 18 से अधिक उम्र वालों का टीकाकरण प्रभावित होने को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने स्पष्ट किया है कि ऐसा वैक्सीन की कमी के कारण हो रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसा भ्रम फैलाया जा रहा है कि राज्य सरकार ने जो कोटा तय किया है उसकी वजह से वैक्सीनेशन प्रभावित हो रहा है, लेकिन सच्चाई यह है कि वैक्सीनेशन नहीं होने का केवल एक मात्र कारण है कि देश में वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन बनाने में केंद्र सरकार को पहले तेजी लानी चाहिए थी. सिंहदेव ने कहा कि हर महीने देश में यदि 20 करोड़ वैक्सीन लगेगी. तभी वैक्सीनेशन अभियान इस साल के अंत तक पूरा हो पाएगा.
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'उपलब्धता के आधार पर लगाई जा रही वैक्सीन'
सिंहदेव ने कहा कि अंत्योदय कार्डधारियों के लिए 12 % वैक्सीन रखी गई थी, लेकिन उससे ज्यादा 13.5 % हितग्राहियों को टीका लग चुका है. वहीं बात फ्रंटलाइन वर्कर की करें तो उनके लिए 12 % टीका रखा गया था, लेकिन अब तक उन्होंने 9.87 % वैक्सीन लग चुकी है. सिंहदेव ने कहा कि जितने टीके उपलब्ध हैं उस हिसाब से टीकाकरण चल रहा है, लेकिन दिक्कत वैक्सीन की कमी को लेकर है.
'18 + और 45 + के टीका के लिए अलग-अलग नीति खत्म करे केंद्र'
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि केंद्र सरकार ने वैक्सीन को अपने हाथों में लेकर रखा है. 18-45 उम्र के लोगों वालों को केवल 25 % वैक्सीन उपलब्ध हो पा रही है. वहीं 25 % वैक्सीन बिजनेस पर्सन और 50 % स्टॉक खुद केंंद्र सरकार ने अपने पास रखा है. सिंहदेव ने कहा कि 45 साल से ऊपर के लोगों के लिए हमारे पास 10 लाख से ज्यादा वैक्सीन स्टोर में रखी है. इस वर्ग के 77 फीसद लोगों को वैक्सीनेशन हो चुका है और अब लोग नहीं आ रहे हैं. वहीं 18 से अधिक उम्र वाले वैक्सीनेशन के लिए आ रहे हैं, लेकिन उनके लिए टीका ही नहीं है. इसे देखते हुए केंद्र सरकार को चाहिए कि वह अब वैक्सीन के आवंटन में यह अंतर को खत्म कर दे, ताकि जो वैक्सीन उपलब्ध है उसका उपयोग किया जा सके.