रायपुर: लॉकडाउन के दौरान सभी सेक्टर में ऐसी मंदी आई कि अच्छे से अच्छा कारोबार करने वाले भी अच्छे दिन के इंतजार में बैठे हैं. लेकिन इस बीच जब अनलॉक 1 हुआ तो लैपटॉप और कंप्यूटर का बिजनेस करने वालों के दिन बहुर गए. राजधानी में अनलॉक 1 के बाद से अब तक लैपटॉप और कंप्यूटर के कारोबार में 30 फीसदी का इजाफा हुआ है.
राजधानी के दुकानदारों की मानें तो लॉकडाउन होने की वजह से उनके व्यापार को काफी नुकसान हुआ लेकिन अनलॉक 1 में लैपटॉप और कंप्यूटर की खरीदी तेजी से हुई. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह वर्क फ्रॉम होम और स्टूडेंट्स की ऑनलाइन स्टडी को बताया जा रहा है. स्कूल-कॉलेजों की पढ़ाई ऑनलाइन होने की वजह से मजबूरन पैरेंट्स को लैपटॉप या कंप्यूटर खरीदना पड़ रहा है. यही हाल घर से काम करने वालों का भी है.
राजधानी में 20-30 करोड़ का होता है कारोबार
दुकानदारों की मानें तो राजधानी में लैपटॉप्स और कंप्यूटर की करीबन सौ दुकानें हैं. वहीं कंप्यूटर एसेसरीज और वर्कशॉप मिलाकर करीब डेढ़ सौ से 200 दुकानें रायपुर में हैं. अकेले राजधानी में हर महीने 20 से 30 करोड़ का बाजार लैपटॉप और कंप्यूटर्स का है. जिसमें लॉकडाउन के खुलने के बाद 30 फीसदी का इजाफा हुआ है.
पढ़ें- मोदी ने किया प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का नवंबर तक विस्तार
दुकानदार ने कहा नुकसान की हो रही भरपाई
शॉपकीपर्स ने बताया कि लॉकडाउन से उनके कारोबार में काफी नुकसान हुआ था. लेकिन स्कूल कॉलेज के छात्र ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं और कामकाजी लोग work from home कर रहे हैं, ऐसे में लैपटॉप और कंप्यूटर की डिमांड बढ़ गई है और सेल में 30 प्रतिशत का इजाफा हुआ है जिससे नुकसान की भरपाई हो जा रही है.
पटरी पर लौट रही इंटरनेट कैफे की आमदनी
वहीं एक निजी इंटरनेट कैफे के मालिक ने बताया कि बच्चों को अभी ऑनलाइन स्टडी और ऑनलाइन प्रोजेक्ट ज्यादा दिए जा रहे हैं, जिस वजह से स्टूडेंट्स इंटरनेट कैफे में आकर भी अपने प्रोजेक्ट पूरा करने को मजबूर हैं. इस वजह से इंटरनेट कैफे बिजनेस भी पहले के मुकाबले अब पटरी पर आ गया है. लॉकडाउन में बंदी और मंदी की जो नौबत आई थी वो स्टूडेंट्स की वजह से दूर हो रही है. खाली जेब में थोड़ी-बहुत आमदनी पहुंच रही है.
वहीं छात्रों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण उनका ज्यादातर समय मोबाइल, लैपटॉप या कंप्यूटर में निकल जाता है. एग्जाम नहीं होने की वजह से स्कूल और कॉलेज से काफी प्रोजेक्ट दिए जा रहे हैं जिसे ऑनलाइन ही जमा करना है. ऐसे में लैपटॉप और कंप्यूटर का उपयोग पहले के मुकाबले ज्यादा बढ़ गया है. ऐसे में इंटरनेट कैफे का भी सहारा लेना पड़ रहा है.