रायपुर: गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संस्थापक हीरा सिंह मरकाम का निधन हो गया है. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने हीरा सिंह मरकाम को श्रद्धांजलि दी है. सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीटकर लिखा है 'गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश के वरिष्ठ आदिवासी नेता हीरा सिंह मरकाम जी के निधन का समाचार दुखद है. मेरी संवेदनाएं शोकसंतप्त परिवारजनों के साथ है. मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं'.
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गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश के वरिष्ठ आदिवासी नेता श्री हीरा सिंह मरकाम जी के निधन का समाचार दुखद है।
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मेरी संवेदनाएं शोकसंतप्त परिवारजनों के साथ हैं, मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूँ।
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मेरी संवेदनाएं शोकसंतप्त परिवारजनों के साथ हैं, मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूँ।गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश के वरिष्ठ आदिवासी नेता श्री हीरा सिंह मरकाम जी के निधन का समाचार दुखद है।
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मेरी संवेदनाएं शोकसंतप्त परिवारजनों के साथ हैं, मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूँ।
जानकारी के मुताबिक गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संस्थापक हीरा सिंह मरकाम लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उनका बिलासपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था. जहां बुधवार देर शाम उनका निधन हो गया है.
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हीरा सिंह मरकाम का जन्म 14 जनवरी 1942 में बिलासपुर जिले के तिवरता गांव में हुआ था. यह गांव अब कोरबा जिले में आता है. हीरा सिंह मरकाम की प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई. 2 अगस्त 1960 को वे प्राइमरी स्कूल में शिक्षक के रूप में नियुक्त हुए थे.
नहीं रहे बीजेपी से बगावत कर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी बनाने वाले हीरा सिंह मरकाम
तानाखार विधानसभा सीट से 2 बार तक जीते थे चुनाव
नब्बे के दशक में हीरा सिंह मरकाम ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी बनाई. जिसे 13 जनवरी 1991 को आधिकारिक रूप से पहचान मिली. 1995 में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के टिकट पर हीरा सिंह मरकाम ने छत्तीसगढ़ की तानाखार विधानसभा सीट से मध्यावधि चुनाव लड़े और जीतकर दूसरी बार विधानसभा पहुंचे. हीरा सिंह मरकाम छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में वरिष्ठ राजनेता के रूप में जाने जाते हैं.