रायपुर: छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद बड़ा मुद्दा है और इसे लेकर भाजपा-कांग्रेस फिर आमने-सामने हैं. नक्सलवाद पर पूर्व सीएम रमन सिंह के आरोपों पर सीएम भूपेश बघेल ने पलटवार किया है. बघेल ने कहा कि नक्सलियों से संबंध भाजपा के हैं. बघेल ने कहा कि साथ ही कहा कि नक्सली बता कर गिरफ्तार किए गए ग्रामीणों के मामलों की समीक्षा की जाएगी.
भीमा मंडावी की हत्या के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर नक्सलियों से संबंध होने का आरोप लगाया था. पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा था कि कांग्रेस की सरकार के आने के बाद नक्सली कहने लगे हैं कि उनकी सरकार आ गई है. जिसके बाद अब कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया है.
सीएम बघेल ने क्या कहा
सीएम ने कहा कि, 'बीजेपी सरकार में बहुत लोगों को नक्सली बता कर गिरफ्तार किया गया. एक नाम के साथ अन्य लिख दिया जाता है. फिर उन सभी को एक-एक कर पकड़ते हैं. इन सब मामलों की समीक्षा होगी.' सीएम ने कहा कि, 'जस्टिस पटनायक की अध्यक्षता में जांच कराई जाएगी. उचित परीक्षण होगा और फिर आगे की कार्रवाई तय होगी.'
जस्टिस पटनायक की अध्यक्षता में बनी कमेटी जेलों में बंद आदिवासियों के मामले की समीक्षा करेगी. प्रदेश की जेलों में 4007 आदिवासियों में से कुछ ऐसे हैं जो जंगल से जलाऊ लकड़ी बीनने, मात्रा से अधिक शराब बनाने, कोई जमानतदार न होने या नक्सली होने के आरोप में 17-18 साल से लंबे समय से बंद हैं. इनकी रिहाई के लिए पटनायक कमेटी ने 3 बिंदु तय किए हैं. इसके तहत कई मामलों की समीक्षा होगी. सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस आनंद कुमार पटनायक की अध्यक्षता में बनाई गई कमेटी ने पहली बैठक में ये फैसला किया था.
रिपोर्ट तैयार करने को कहा
कमेटी ने संबंधित अधिकारियों से 3 बिंदुओं के आधार पर 15 जून तक रिपोर्ट तैयार करने को कहा है. इस रिपोर्ट के आधार पर मामलों की समीक्षा होगी.
बीजेपी ने नक्सलियों से संबंध
वहीं भूपेश बघेल ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि उनके नक्सलियों से संबंध रहे हैं. झीरम मामले में आज तक पीड़ित परिवारों को केंद्रीय गृहमंत्री से मिलने नहीं दिया गया है.