रायपुर: कोरोना की पहली लहर में मार्च 2020 से राजधानी में सिटी बसों का संचालन (Operation of City Buses) अब तक शुरू नहीं हो पाया है. राजधानी में लगभग 165 सिटी बसें हैं. जिसमें से 99 सिटी बसों का संचालन कुछ महीने पहले मंत्रालय स्टाफ के लिए शुरू कर दिया गया. लेकिन बची हुई 66 सिटी बसें जो राजधानी रायपुर में चलाई जानी है. उन सिटी बसों का संचालन अब तक शुरू नहीं हो पाया. वहीं सिटी बस संचालक (City Bus Operator) का कहना है कि जब तक टैक्स माफ और किराया वृद्धि नहीं की जाती, तब तक राजधानी में सिटी बसों का संचालन कर पाना संभव नहीं है. निगम के अधिकारी प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजे जाने की बात कह रहे हैं.
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आम जनता अधिक किराया देकर ऑटो में सफर करने को मजबूर
राजधानी रायपुर अब धीरे-धीरे महानगर की ओर आगे बढ़ रहा है और तेजी से जनसंख्या भी बढ़ रही है. ऐसे में ऑटो और रिक्शा के साथ ही सिटी बसें भी जरूरी हो गई है, लेकिन राजधानी में मार्च 2020 में कोरोना की शुरुआत से ही सिटी बसों का संचालन बंद कर दिया गया था. बसों का संचालन पिछले डेढ़ साल से अब तक शुरू नहीं हो पाया है. जिसके कारण आम लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में लोगों को मजबूरन अधिक किराया देकर ऑटो में सफर करना पड़ रहा है. ऐसे में सरकार को आम जनता की ओर ध्यान देना चाहिए.
टैक्स माफी और यात्री किराया नहीं बढ़ा तो सिटी बसों का संचालन असंभव
ईटीवी भारत ने सिटी बस संचालक सैयद अनवर अली से बात की तो उन्होंने बताया कि पिछले 18 महीने से सिटी बसों का संचालन नहीं हो पाया और सरकार के द्वारा उन्हें टर्मिनेट करने के लिए नोटिस भी जारी कर दिया गया है. जिसे उन्होंने गलत बताया. सिटी बस संचालक का कहना है कि, हम सिटी बसों का संचालन राजधानी में करने के लिए तैयार हैं, लेकिन सरकार को इसके लिए 18 महीने का टैक्स माफ करना होगा और यात्री किराया में भी वृद्धि करनी होगी. तभी सिटी बसों का संचालन शुरू किया जा सकेगा.
सिटी बस संचालक ने बताया कि जब डीजल प्रति लीटर 48 रुपये हुआ करता था. उस समय सिटी बसें प्रति किलोमीटर 70 पैसे के हिसाब से शुरू किया गया था जो मार्च 2020 तक किसी प्रकार की कोई वृद्धि नहीं हुई थी. सरकार के द्वारा जब तक यात्री किराए में वृद्धि और टैक्स माफ नहीं किया जाएगा. तब तक यात्री बसों का संचालन कर पाना असंभव है.