रायपुर: हरेली तिहार पर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2023-24 की धमाकेदार शुरुआत हो रही है. इस साल 16 तरह के पारंपरिक खेलों को छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में शामिल किया गया है. लगभग 2 माह 10 दिन तक चलने वाले यह खेल प्रतियोगिता 6 चरणों में आयोजित होगी. इस खेल प्रतियोगिता में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक हिस्सा ले सकेंगे. प्रतियोगिता में ग्रुप और सिंगल वर्ग में 16 तरह के पारम्परिक खेलों को शामिल किया गया है. इस बार के ओलंपिक में एकल श्रेणी में रस्सीकूद और कुश्ती को भी जोड़ा गया है. प्रतियोगिता का समापन 27 सितंबर 2023 को होगा.
सभी आयु वर्ग के प्रतिभागी ले सकेंगे भाग: छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के तहत प्रतियोगिताओं को तीन आयु वर्ग में बांटा गया है. इसमें प्रथम वर्ग 18 वर्ष की आयु तक, दूसरा वर्ग 18-40 वर्ष और तीसरा वर्ग में 40 वर्ष से अधिक उम्र के खिलाड़ी शामिल होंगे. इस प्रतियोगिता में महिला एवं पुरुष दोनों वर्ग प्रतियोगिता में भाग ले सकेंगे.
दो श्रेणियों में 16 प्रकार के खेल शामिल: छत्तीसगढ़ की पारम्परिक खेल प्रतियोगिता दलीय और एकल दो श्रेणी में आयोजित का जायेगी. छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, कबड्डी, खो-खो, रस्साकशी, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़ और बांटी (कंचा) जैसी खेल विधाएं शामिल हैं. एकल श्रेणी की बात करें, तो एकल खेल विधा में गेड़ी दौड़, फुगड़ी, लम्बी कूद, रस्सी कूद, भंवरा, 100 मीटर दौड़, बिल्लस और कुश्ती शामिल है.
छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का शेड्यूल: छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन सबसे पहले राजीव युवा मितान क्लब स्तर पर 17 जुलाई से 22 जुलाई तक नॉकआउट पद्धति से होगा. जिसके बाद दूसरा स्तर जोन का होगा. जिसमें 8 राजीव युवा मितान क्लब को मिलाकर एक क्लब बनेगा. इसकी प्रतियोंगिता 26 जुलाई से 31 जुलाई तक होगी. विकासखंड एवं नगरीय क्लस्टर स्तर पर आयोजन 7 अगस्त से 21 अगस्त तक होगा. वहीं जिला स्तर पर आयोजन 25 अगस्त से 04 सितंबर तक होगा. संभाग स्तर पर आयोजन 10 सितंबर से 20 सितंबर तक आयोजित किए जायेंगे. अंत में राज्य स्तर खेल प्रतियोगिताएं 25 सितंबर से 27 सितंबर तक आयोजित होंगी.
पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहित करना है उद्देश्य: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत की गई. छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहित करने, खेलों के प्रति जागरूकता फैलाने, खिलाड़ियों को मंच प्रदान करने और खेल भावना का विकास करना इसका उद्देश्य है. छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के आयोजन का दायित्व ग्रामीण क्षेत्रों के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को मिली है. वहीं नगरीय क्षेत्रों के लिए नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग को जिम्मेदारी सौंपा गया है.