रायपुर: छत्तीसगढ़ के 3 खिलाड़ियों ने अपनी मेहनत और प्रतिभा से सिर्फ रायपुर शहर का ही नहीं बल्कि पूरे देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है. मलेशिया के तरारंपाम में एशियन चैंपियनशिप अंडर-17 का आयोजन किया गया था. प्रतियोगिता में कुल 6 टीमों ने भाग लिया था. इसमें भारत की अंडर-17 सॉफ्टबॉल टीम ने इंटरनेशनल एशिया कप चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता है.
सॉफ्टबॉल के अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए एक टीम भेजी गई थी. इसमें छत्तीसगढ़ के तीन खिलाड़ी भी चुने गए थे. इनमें से दुष्यंत निषाद और आर्यन ताम्रकर रायपुर से चुने गए थे और एक खिलाड़ी सुरेश हमला को बीजापुर से चुना गया था. सॉफ्टबॉल के जूनियर वर्ग में भारत ने पहली बार कोई पदक जीता है. भारत करीब 30 साल से इस प्रतियोगिता में भाग ले रहा था पर आज तक कभी भारत को कोई मेडल नहीं मिल पाया था. इन खिलाड़ियों ने छत्तीसगढ़ और भारत का नाम अंतरराष्ट्रीय मंचों पर रोशन कर दिया है.
अंतरराष्ट्रीय लेवल में बनाई पहचान
सॉफ्टबाल बेसबाल की तरह ही खेला जाने वाला खेल है. इस खेल में बॉलिंग करते समय अंडर आर्म बॉल का प्रयोग किया जाता है. पिछले 5 साल से छत्तीसगढ़ नेशनल लेवल पर सीनियर, जूनियर और सब जूनियर लेवल पर गोल्ड मेडल लेता आया है. भारत में यह खेल क्रिकेट और फुटबाल की तरह लोकप्रिय तो नहीं है, लेकिन बावजूद उसके सॉफ्टबॉल ने भारत में अपनी एक अलग अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाई है.
गोल्ड मेडल जीतने की लिए करेंगे मेहनत
हर साल देश में सॉफ्टबाल के स्टेट लेवल और नेशनल लेवल की प्रतियोगिता आयोजित की जाती है. इसमें से चुने हुए बच्चे इंटरनेशनल मैच खेलने देश के बाहर जाया करते हैं. छत्तीसगढ़ कोच प्रदीप कुमार साहू ने अपने खिलाड़ियों पर विश्वास जताते हुए कहा है कि अगली बार से वह अंतर्राष्ट्रीय मंच पर गोल्ड लाने का प्रयास करेंगे.