रायपुर: राष्ट्रीय कैडेट कोर एनसीसी ने अपनी 75वीं वर्षगांठ को बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया. एनसीसी के 75वीं वर्षगांठ पर एक रैली का भी आयोजन किया गया. इस रैली में जल, थल और वायुसेना विंग के एनसीसी के कैडेट्स ने भाग लिया. एनसीसी की स्थापना साल 1948 में 26 नवंबर के दिन हुई थी. अपने स्थापना दिवस के मौके पर एनसीसी के जवानों ने बैंड से लेकर परेड तक में अपने अनुशासन का जलवा दिखाया. देशभक्ति की थीम पर ऑल गर्ल कैडेट्स ने ऐसी शानदार प्रस्तुति कि लोग देर तक तालियां बजाते रहे.
एनसीसी की 75वीं वर्षगांठ: 75वें एनससीसी डे पर रायपुर के राजकुमार कॉलेज ग्राउंड में खास आयोजन रखा गया था. सुबह 8 बजकर 30 मिनट से शुरु हुआ आयोजन दोपहर तक चलता रहा. आयोजन में बड़ी संख्या में एनसीसी के तीनों विंगों के कैडेट्स ने हिस्सा लिया. अपने कदमताल और अनुशासन का परिचय देते हुए जवानों ने बता दिया कि जरुरत पड़ने पर हम कहीं भी देश के लिए मोर्चा संभाल सकते हैं. एनसीसी डे के आयोजन पर ट्रैफिक एआईजी संजय शर्मा भी शामिल हुए. संजय शर्मा ने खुद बताया कि वो खुद एनससीसी के कैडेट रह चुके हैं. लिहाजा उनका एनसीसी से खास लगाव रहा है. आयोजन में शामिल होना उनके लिए खुद बड़े गर्व की बात है.
एनसीसी का लक्ष्य: एनसीसी के कैडेट्स देश और लोगों की सेवा में हमेशा तत्पर रहते हैं. वक्त चाहे चुनाव का हो या फिर राष्ट्रीय आपदा की घड़ी का, ये कैडेट्स हर वक्त जीन जान से देश और लोगों की सेवा में जुटे रहते हैं. भाईचारा, अनुशासन और धर्मनिरपेक्षता इनका मूलमंत्र होता है. निस्वार्थ भाव से जहां कभी इनको ड्यूटी पर लगा दिया जाता है ये अपना कर्तव्य समझकर उसे पूरा करते हैं. देश में जहां कभी प्राकृतिक आपदा आती है इनको जरुर वहां भेजा जाता है. ओडिशा में आया साइक्लोन हो या फिर गुजरात के भुज का भूकंप हर जगह इन्होंने लोगों को मदद पहुंचाने में प्रशासन की मदद की.
एनसीससी में चयन की प्रक्रिया: एनसीसी में एनरोल होने के लिए सबसे पहले फिजिकल टेस्ट को पास करना पड़ा है जिसे एनसीसी के डॉक्टर लेते हैं. फिजिकल टेस्ट पास होने के बाद आपकी ट्रेनिंग की प्रक्रिया शुरु हो जाती है. बीए प्रथम वर्ष के नियमित स्टूडेंट एनसीसी में प्रवेश ले सकते हैं. एनसीसी में प्रवेश के लिए आयु सीमा 25 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए