रायपुरः छत्तीसगढ़ और इसके पड़ोसी राज्य तेलंगाना के बीच बिजली को लेकर अब टकराव के स्थिति बन गई है. एक समझौते के तहत छत्तीसगढ़, तेलंगाना को बिजली की सप्लाई करती है. दोनों राज्यों के बीच हर महीने 1000 मेगावाट बिजली देने का एमओयू हुआ था.
2016 से हो रहा सप्लाई
छत्तीसगढ़ पावर कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि तेलंगाना को मई 2016 से मडवा के दोनों संयंत्रों से हर महीने 4. 21 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली की सप्लाई की जा रही है. दोनों राज्यों के बीच हर महीने 1000 मेगावाट बिजली देने का एमओयू हुआ है. छत्तीसगढ़ की ओर से लगातार तेलंगाना को बिजली की सप्लाई की जा रही है, लेकिन बिजली सप्लाई के बदले में तेलंगाना पावर कंपनी और तेलंगाना राज्य सरकार पैसा देने के लिए अब आनाकानी कर रही है.
दो हजार करोड़ का बकाया
अब तक छत्तीसगढ़ पावर कंपनीज का तेलंगाना पर 2 हजार करोड़ का बकाया हो चुका है. लगातार नोटिस के बाद भी छत्तीसगढ़ पावर कंपनी को तेलंगाना से यह रकम नहीं मिल पा रही है. ऐसे में अब पावर सप्लाई में कटौती करने जैसे कदम भी उठाए जा सकते हैं.
दिया गया अल्टीमेटम
बिजली कंपनी के अधिकारियों की माने तो तेलंगाना पावर कंपनी के अधिकारी आर्थिक संकट का हवाला देते हुए लगातार भुगतान को टाल रहे हैं लेकिन अब छत्तीसगढ़ पावर कंपनी ने अपने बकाया भुगतान को लेकर सख्ती बरतना शुरू कर दिया है. भुगतान नहीं होने पर अब छत्तीसगढ़ की ओर से होने वाली पावर सप्लाई में भी कटौती करने का अल्टीमेटम दे दिया गया है. यही नहीं जरूरत पड़ने पर बिजली सप्लाई भी रोकी जा सकती है.