रायपुर: छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन (Chhattisgarh Employees-Officers Federation) के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (chief minister Bhupesh Baghel) से मुलाकात की. जहां प्रतिनिधिमंडल (delegation) ने राज्य सरकार के हाल ही में लिए गए शासकीय कर्मियों के हित में अनुकंपा नियुक्ति संबंधी ऐतिहासिक निर्णय की सराहना करते हुए सीएम बघेल के प्रति आभार जताया. प्रदेश सरकार ने अनुकंपा नियुक्ति के लिए तृतीय श्रेणी के पदों पर 10 प्रतिशत सीमा बंधन को 31 मई 2022 तक शिथिल करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. इससे कई ऐसे परिवार को सहारा मिला है, जिनके परिवार के मुखिया का असमय मौत हो गई है.
अनुकंपा नियुक्ति प्रकरण में 10 प्रतिशत की सीमा शिथिल करने का कई परिवारों को मिला लाभ
शासकीय सेवकों के साथ खड़ी है सरकार: सीएम बघेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य सरकार शासकीय सेवकों के दुख-सुख की घड़ी में उनके साथ खड़ी है. छत्तीसगढ़ में सरकारी कर्मी (government employees of Chhattisgarh) कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं. सीएम बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने कहा कि इस वैश्विक महामारी से प्रदेश के कई सरकारी कर्मचारियों की मौत भी हुई है, जिसका उन्होंने दुख जताया और कहा कि कई कर्मचारियों की असमय मृत्यु के कारण आश्रितों के हित में अनुकंपा नियुक्ति (compassionate appointment) की प्रक्रिया शिथिल करके वे हरसंभव मदद पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं.
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अनुकंपा में नियुक्त कर्मचारियों ने सीएम का जताया आभार
कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के प्रतिनिधियों ने राज्य सरकार के इस महत्वपूर्ण फैसले को कर्मचारी हित में महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में कर्मचारियों को राहत पहुंचाने में यह फैसला काफी मददगार साबित हुआ है. हाल ही में अनुकंपा में नियुक्त कल्याण तिवारी, सैय्यद रफत अली, तोमेश्वर साहू ने भी मुख्यमंत्री का आभार जताया. इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल में आरके रिछारिया, विजय झा, राजेश चटर्जी, बीपी शर्मा, चंद्रशेखर तिवारी, संजय सिंह सहित अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे.