रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ किए जा रहे व्यवहार को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि प्रदर्शन स्थलों के पास कई स्तरों के अवरोधक लगाना, कीले ठोकना 'डाकुओं' की पुरानी तरकीबों की तरह है. डाकू डाका डालते समय गांवों के रास्तों को अवरुद्ध करने के लिए यह तरकीब अपनाते थे.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार ने कई विदेशी हस्तियों की टिप्पणियों पर आधिकारिक बयान जारी कर किसानों के मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण कर दिया है. सीएम बघेल ने केंद्र सरकार को आगाह किया कि जल्द से जल्द उस किसानों के मुद्दे का समाधान करे. उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार इस ओर ध्यान नहीं देती है तो ये आंदोलन जल्द ही पूरे देश में फैल जाएगा.
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किसानों को देनी चाहिए एमएसपी: भूपेश बघेल
पीटीआई-भाषा को दिए इंटरव्यू में सीएम बघेल ने कहा कि किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी की मांग कर रहे हैं. ये उन्हें दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि जब ये कानून बनाए गए तब राहुल गांधी पहले व्यक्ति थे जिन्होंने इस मुद्दे को उठाया. उन्होंने पंजाब और हरियाणा में ट्रैक्टर रैली भी निकाली थी. उन्होंने रास्ता दिखाया और फिर किसान उस रास्ते पर आगे बढ़े.