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आलोक शुक्ला को अतिरिक्त प्रभार, भाजपा का भूपेश सरकार पर वार

आईएएस आलोक शुक्ला को अतिरिक्त प्रभार दिए जाने को लेकर भाजपा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस फैसले का विरोध किया है. भाजपा ने सरकार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं.

press conference of BJP
बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जताया विरोध
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Published : Jun 1, 2020, 9:00 PM IST

रायपुर: भारतीय जनता पार्टी ने राज्य सरकार की तरफ से आईएएस आलोक शुक्ला को संविदा पर नियुक्त करने के आदेश पर विरोध जताया है. भाजपा ने नान घोटाले के आरोपी अधिकारी को संविदा नियुक्ति देने का आरोप लगाया है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने और संजय श्रीवास्तव ने आरोप लगाया है कि, आईएएस आलोक शुक्ला के रिटायर होने के बाद अब नियम के खिलाफ संविदा नियुक्ति दी गई है. इससे सरकार का चरित्र उजागर होता है.

आलोक शुक्ला की नियुक्ति का विरोध

भाजपा नेताओं ने कहा कि ऐसे अधिकारी को संविदा नियुक्ति देकर सरकार भ्रष्टाचार को हवा दे रही है. बता दें कि सरकार ने सोमवार को आलोक शुक्ला को अतिरिक्त प्रभार देने का आदेश जारी किया है. आईएएस आलोक शुक्ला की संविदा नियुक्ति पर बीजेपी ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं.

भाजपा ने बघेल सरकार पर उठाए सवाल

भाजपा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा है कि 'नान घोटाले के मुख्य आरोपी आलोक शुक्ला की नियुक्ति गलत तरीके से की गई है. उन्होंने राज्य सरकार से सवाल किया है कि भष्ट्राचार में लिप्त सेवा समाप्ति की अनुशंसा वाले अफसर पर मेहरबानी क्यों की गई. सरकार एक तरफ तो खर्च में कटौती कर रही है ऐसे में संविदा नियुक्ति करने का क्या कारण है.

पढ़ें: GP सिंह वापस PHQ में पदस्थ, SSP आरिफ शेख को EOW/ACB का एडिशनल चार्ज

सौंपी गई ये नई जिम्मेदारियां

बता दें कि सामान्य प्रशासन विभाग के जारी आदेश के मुताबिक आलोक शुक्ला को छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार मिला है. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल- अध्यक्ष, कौशल विकिस के प्रमुख सचिव और तकनीकी, शिक्षा और रोजगार का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. बता दें कि वर्तमान में आलोक शुक्ला शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव और संसदीय कार्य विभाग का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे. इसके बाद भी उन्हें अतिरिक्त प्रभार दिए जाने को लेकर भाजपा ने विरोध जताया है.

रायपुर: भारतीय जनता पार्टी ने राज्य सरकार की तरफ से आईएएस आलोक शुक्ला को संविदा पर नियुक्त करने के आदेश पर विरोध जताया है. भाजपा ने नान घोटाले के आरोपी अधिकारी को संविदा नियुक्ति देने का आरोप लगाया है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने और संजय श्रीवास्तव ने आरोप लगाया है कि, आईएएस आलोक शुक्ला के रिटायर होने के बाद अब नियम के खिलाफ संविदा नियुक्ति दी गई है. इससे सरकार का चरित्र उजागर होता है.

आलोक शुक्ला की नियुक्ति का विरोध

भाजपा नेताओं ने कहा कि ऐसे अधिकारी को संविदा नियुक्ति देकर सरकार भ्रष्टाचार को हवा दे रही है. बता दें कि सरकार ने सोमवार को आलोक शुक्ला को अतिरिक्त प्रभार देने का आदेश जारी किया है. आईएएस आलोक शुक्ला की संविदा नियुक्ति पर बीजेपी ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं.

भाजपा ने बघेल सरकार पर उठाए सवाल

भाजपा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा है कि 'नान घोटाले के मुख्य आरोपी आलोक शुक्ला की नियुक्ति गलत तरीके से की गई है. उन्होंने राज्य सरकार से सवाल किया है कि भष्ट्राचार में लिप्त सेवा समाप्ति की अनुशंसा वाले अफसर पर मेहरबानी क्यों की गई. सरकार एक तरफ तो खर्च में कटौती कर रही है ऐसे में संविदा नियुक्ति करने का क्या कारण है.

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सौंपी गई ये नई जिम्मेदारियां

बता दें कि सामान्य प्रशासन विभाग के जारी आदेश के मुताबिक आलोक शुक्ला को छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार मिला है. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल- अध्यक्ष, कौशल विकिस के प्रमुख सचिव और तकनीकी, शिक्षा और रोजगार का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. बता दें कि वर्तमान में आलोक शुक्ला शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव और संसदीय कार्य विभाग का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे. इसके बाद भी उन्हें अतिरिक्त प्रभार दिए जाने को लेकर भाजपा ने विरोध जताया है.

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