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राज्योत्सव में शामिल होने पहुंचे भाजपा नेता नंदकुमार साय, ETV भारत से की खास बातचीत

एक ओर जहां भाजपा ने राज्योत्सव से दूरी बना रखी है, तो वहीं दूसरी ओर नंदकुमार साय अकेले ही राज्योत्सव के मंच पर नजर आए जो अब प्रदेश की राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है.

राज्योत्सव में शामिल हुए भाजपा नेता नंदकुमार साय
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Published : Nov 3, 2019, 11:40 AM IST

रायपुर : छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर राजधानी में हो रहे राज्योत्सव में मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक, सांसद, नेता सहित पूरे प्रदेश से लोग पहुंचे. कार्यक्रम से भाजपा ने दूरी बना रखी है. दूसरे दिन तक भाजपा का कोई भी नेता कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ, लेकिन इसी बीच दूसरे दिन ही भाजपा के एक वरिष्ठ नेता जो सत्ता में रहते हुए भी अपनी पार्टी के खिलाफ कई बार अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहे वो शनिवार को राज्योत्सव के मंच पर नजर आए. उनके मंच पर आते ही एक बार फिर छत्तीसगढ़ की राजनीति में भाजपा और उससे उनके रिश्ते को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. एक बार फिर इन्होंने कांग्रेस सरकार के नेतृत्व में आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम में मंच साझा किया.

राज्योत्सव में शामिल हुए भाजपा नेता नंदकुमार साय

हम बात कर रहे हैं भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं राष्ट्रीय जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय की, जो राज्योत्सव के दौरान वे मंच पर बैठे हुए थे. साथ ही उन्होंने पूरे कार्यक्रम का लुफ्त भी उठाया.

कार्यक्रम में पहुंचे साय
साय ने ETV भारत से खास बातचीत के दौरान छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि राज्योत्सव का यह कार्यक्रम बहुत अच्छा है. यहां आकर उन्हें अच्छा लग रहा है. कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की विधा और लोक कलाओं को प्रदर्शित किया गया है.

हम तो नजदीक आ गए हैं : साय
भाजपा के कर्यक्रम से दूरी के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो दूरी बनाए हैं, उनसे पूछिए. हम तो नजदीक आ गए हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि भाजपा के लोग इस कार्यक्रम से दूरी बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि भारत के विकास में छत्तीसगढ़ की अहम भूमिका अदा करें. इस उदेश्य से छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया गया था.

बस्तर दौरे पर जाएंगे साय
साय ने कहा कि मुझे लगता है कि विकास की प्रक्रिया निरंतरता में रहती है, पूरी नहीं होती, लेकिन हम अभी काफी पीछे हैं. हमें आगे बढ़ने की जरूरत है. बस्तर में स्वतंत्रता नहीं है. साय ने बताया कि वे रविवार से बस्तर के प्रवास पर जा रहे हैं, जहां वे बस्तर की परिस्थितियों के बारे में जानकारी लेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार चाहे कोई भी हो. हमें बस्तर को ठीक करना है और पूरे छत्तीसगढ़ में शांति का वातावरण निर्मित कर प्रदेश को प्रगति के रास्ते पर ले जाना है.

रायपुर : छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर राजधानी में हो रहे राज्योत्सव में मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक, सांसद, नेता सहित पूरे प्रदेश से लोग पहुंचे. कार्यक्रम से भाजपा ने दूरी बना रखी है. दूसरे दिन तक भाजपा का कोई भी नेता कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ, लेकिन इसी बीच दूसरे दिन ही भाजपा के एक वरिष्ठ नेता जो सत्ता में रहते हुए भी अपनी पार्टी के खिलाफ कई बार अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहे वो शनिवार को राज्योत्सव के मंच पर नजर आए. उनके मंच पर आते ही एक बार फिर छत्तीसगढ़ की राजनीति में भाजपा और उससे उनके रिश्ते को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. एक बार फिर इन्होंने कांग्रेस सरकार के नेतृत्व में आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम में मंच साझा किया.

राज्योत्सव में शामिल हुए भाजपा नेता नंदकुमार साय

हम बात कर रहे हैं भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं राष्ट्रीय जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय की, जो राज्योत्सव के दौरान वे मंच पर बैठे हुए थे. साथ ही उन्होंने पूरे कार्यक्रम का लुफ्त भी उठाया.

कार्यक्रम में पहुंचे साय
साय ने ETV भारत से खास बातचीत के दौरान छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि राज्योत्सव का यह कार्यक्रम बहुत अच्छा है. यहां आकर उन्हें अच्छा लग रहा है. कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की विधा और लोक कलाओं को प्रदर्शित किया गया है.

हम तो नजदीक आ गए हैं : साय
भाजपा के कर्यक्रम से दूरी के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो दूरी बनाए हैं, उनसे पूछिए. हम तो नजदीक आ गए हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि भाजपा के लोग इस कार्यक्रम से दूरी बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि भारत के विकास में छत्तीसगढ़ की अहम भूमिका अदा करें. इस उदेश्य से छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया गया था.

बस्तर दौरे पर जाएंगे साय
साय ने कहा कि मुझे लगता है कि विकास की प्रक्रिया निरंतरता में रहती है, पूरी नहीं होती, लेकिन हम अभी काफी पीछे हैं. हमें आगे बढ़ने की जरूरत है. बस्तर में स्वतंत्रता नहीं है. साय ने बताया कि वे रविवार से बस्तर के प्रवास पर जा रहे हैं, जहां वे बस्तर की परिस्थितियों के बारे में जानकारी लेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार चाहे कोई भी हो. हमें बस्तर को ठीक करना है और पूरे छत्तीसगढ़ में शांति का वातावरण निर्मित कर प्रदेश को प्रगति के रास्ते पर ले जाना है.

Intro:राज्योत्सव में भाजपा ने बनाई दूरी

बावजूद इसके नंदकुमार साय हुए कार्यक्रम में शामिल

ईटीवी भारत से खास बातचीत ललन कुमार साहनी का यह बात

दूरी बनाए हैं उन से पूछिए सवाल

हम तो नजदीक आ गए हैं

राज्य बनने के 19 साल बाद भी नहीं है बस्तर में स्वतंत्रता

बस्तर में शांति के लिए पहल करने की है जरूरत

रविवार से साय और उनका पूरा कमीशन रहेगा बस्तर दौरे पर

आदिवासियों की समस्या है और उसे दूर करने पर होगा मंथन

सरकार चाहे कोई भी हो हमें बस्तर को है ठीक करना

रायपुर । छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर में राज्योत्सव का आयोजन किया गया है जिसमें मुख्यमंत्री मंत्री विधायक सांसद नेता सहित पूरे प्रदेश से लोग पहुंच रहे हैं लेकिन इस कार्यक्रम से भाजपा ने दूरी बना रखी है । कार्यक्रम के दूसरे दिन तक भाजपा का कोई भी नेता कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ लेकिन इसी बीच दूसरे दिन ही भाजपा के एक वरिष्ठ नेता जो सत्ता में रहते हुए भी अपनी पार्टी के खिलाफ कई बार अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहे यह नेता शनिवार को राज्योत्सव के मंच पर नजर आए उनके मंच पर आते ही एक बार फिर छत्तीसगढ़ की राजनीति भाजपा और उससे उनके रिश्ते को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। एक बार फिर इन नेता ने पार्टी से बगावत करते हुए कांग्रेस सरकार के नेतृत्व में आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम में मंच साझा किया




Body:हम बात कर रहे हैं भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं राष्ट्रीय जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय की जो राज्योत्सव कार्यक्रम के दौरान वे मंच पर बैठे हुए थे इस दौरान उन्होंने पूरे कार्यक्रम का लुफ्त उठाया

इस बीच उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान छत्तीसगढ़ के स्थापना दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि राज्योत्सव का यह कार्यक्रम बहुत अच्छा है यहा आकर उन्हें अच्छा लग रहा है इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की विधा और लोक कलाओं को प्रदर्शित किया गया है

वहीं जब साय से पूछा गया है कि भाजपा के लोगों ने इस राज्योत्सव कार्यक्रम से दूरी बना रखी है ऐसे में आप आज इस कार्यक्रम में कैसे शामिल हुए तो उन्होंने कहा कि जो दूरी बनाए हैं उन से पूछिए हम तो नजदीक आ गए हैं साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि भाजपा के लोग इस कार्यक्रम से दूरी बनाए हुए हैं

उन्होंने कहा कि जैसा गवर्नर साहिबा ने कहा की अटल बिहारी वाजपेई ने 3 राज्य बनाए थे उसमें छत्तीसगढ़ प्रमुख था । यह सभी प्रकार के लोग हैं। उन्होंने कहा कि भारत के विकास में छत्तीसगढ़ अहम भूमिका अदा करें यही कामना है

जब नंद कुमार साय से पूछा गया कि प्रदेश बनने के बाद 19 सालों में आज छत्तीसगढ़ किस स्थिति में है इसके जवाब में शाह ने कहा कि मुझे लगता है कि विकास की प्रक्रिया निरंतरता में रहती है पूरी नहीं होती लेकिन हम अभी काफी पीछे हैं हमें आगे बढ़ने की जरूरत है । बस्तर में स्वतंत्र नहीं है ।वहां हम ठीक से लोगों को अमन और शांति नहीं दे पाए हैं उसको सबसे पहले करने की जरूरत है

इस दौरान साय ने बताया कि वे और उनकी पूरी कमीशन रविवार से बस्तर के प्रवास पर निकल रहे हैं जहां उनकी कोशिश रहेगी कि वहां की परिस्थितियों के बारे में जानकारी एकत्र करें कि क्या मामला है उसे कैसे ठीक किया जा सकता है उन्होंने कहा कि सरकार चाहे कोई भी हो हमें बस्तर को ठीक करना है और पूरे छत्तीसगढ़ में शांति का वातावरण निर्मित कर प्रदेश को प्रगति के मार्ग पर आगे ले जाना है
121 नंदकुमार साय अध्यक्ष राष्ट्रीय जनजाति आयोग




Conclusion:बता दें कि रायपुर में आयोजित होने वाले इस राज्योत्सव कार्यक्रम के दौरान भाजपा के नेताओं ने दूरी बना रखी है वह इन कार्यक्रमों में शिरकत नहीं कर रहे हैं वहीं सरकार का दावा है कि उन्होंने सभी को निमंत्रण भेजा है और यदि कोई उसके बाद भी नहीं आता है तो क्या किया जा सकता है

ऐसे में आज नंदकुमार साय अकेले ही राज्योत्सव के मंच पर नजर आए जो अब प्रदेश की राजनीति में चर्चा का विषय बनी हुई है इतना ही नहीं उन्होंने भाजपा के नेताओं के राजस्व कार्यक्रम में शामिल न होने पर उनसे ही सवाल करने की बात भी कही है। अब यह भी देखने वाली बात है कि साय के इस कदम को लेकर पार्टी का अगला क्या रुख रहता है।
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