रायपुर: बायोमेडिकल वेस्ट को नष्ट करने के लिए कई तरह के नियम बनाए गए है, लेकिन कुछ लोगों की लापरवाही की वजह से बायो मेडिकल वेस्ट लोगों के लिए खतरा बनते जा रहे है. शहर के डंगनिया से डीडी नगर जाने वाले रास्ते पर ट्रेंचिंग यार्ड बनाया गया है, जहां पर वार्डों में निकलने वाले कचरे को एकत्रित किया जाता है और बड़ी गाड़ियों की मदद से अन्य जगह ले जाकर इसे नष्ट किया जाता है, लेकिन उसी ट्रेंचिंग यार्ड पर बायो मेडिकल वेस्ट को ऐसे ही लापरवाही पूर्वक फेंका जा रहा है.
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फेंके जा रहे मेडिकल वेस्ट में PPE किट, हैंड ग्लव्स सहित अन्य सामग्री शामिल है, जो नियम के मुताबिक ट्रेचिंग यार्ड में फेंका जाना गलत है. वहीं मवेशी भी इस मेडिकल वेस्ट को खा रहे हैं. इससे संक्रमण का खतरा बढ़ने के साथ ही वार्डवासियों को भी इस लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. जिम्मेदारों को बायो मेडिकल वेस्ट का सही तरीके से निपटान करने की आवश्यकता है. नहीं तो मौजूदा स्थिति में कोरोना संक्रमण का खतरा और बढ़ सकता है.
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प्रशासन के प्रयासों पर फिर सकता पानी
एक तरफ राजधानी रायपुर में कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए टोटल लॉकडाउन लगाया गया है और कोरोना वायरस के बचने के लिए तमाम तरह के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन अस्पताल से निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट को इस तरह खुले में फेंकने से शासन-प्रशासन के कोशिशों पर पानी फिर सकता है.