रायपुर: बच्चे की खरीद फरोख्त का मामला सामने आया है. पुलिस ने मामले में तीन महिला सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जिससे पूछताछ चल रही हैं.
बच्ची को बेचने का दिया प्रस्ताव
बलौदा बाजार के पलारी इलाके की रहने वाली महिला दो महीने पहले अंबेडकर अस्पताल गर्भपात करने पहुंची थी. इसी दौरान उसकी मुलाकात ममता गोस्वामी से हुई. ममता ने महिला को गर्भपात कराने बजाए बच्चे को निसंतान परिवार को बेचे जाने का प्रस्ताव दिया.
महिला ने दिया बच्ची को जन्म
गर्भवती महिला ने ममता के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया. इसके बाद ममता ने गर्भवती महिला की मुलाकात पुरानी बस्ती रहने वाली रूपा राठौर से कराई. 7 मार्च को गर्भवती महिला दोबारा अंबेडकर अस्पताल में भर्ती हुई, जहां उसने एक बच्ची को जन्म दिया.
महिला ने बच्ची को बेचा
नौ मार्च को महिला को को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. इसके बाद ममता और रूपा ने मिलकर महिला की बच्ची को 10 मार्च को सरायपाली के रहने वाले मुकेश मखीजा को बेच दिया.
अज्ञात शख्स ने दी जानकारी
ममता और रूपा ने अभी बच्ची को बेचा ही था कि, किसी अज्ञात व्यक्ति ने इसकी जानकारी महिला एवं बाल विकास विभाग को दी. विभाग ने तत्काल संज्ञान लेते हुए मामले की शिकायत मौदहा पारा थाने में कर दी.
पूछताछ में हुआ खुलासा
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने बच्ची की मां को हिरासत में लेकर पूछताछ की और इसी दौरान उसके पुलिस दिए बयान ने मामले को शीशे की तरह साफ कर दिया. बच्ची की मां के बयान के आधार पर पुलिस ने इस मामले में ममता, रूपा और भूपेश मखीजा सहित संजय गढात्रा को भी गिरफ्तार कर लिया.
भूपेश मखीजा को नहीं थी संतान
मिली जानकारी के अनुसार भूपेश मखीजा पिछले 11 साल से निसंतान था और एक दिन उसके जीजा संजय मल्होत्रा ने उसे बताया कि रूपा राठौर के पास एक बच्चा है. जीजा की बातों में आकर माखीजा ने पैसे का भुगतान करते हुए बच्ची को खरीद लिया और 10 मार्च को बच्ची को अपने साथ ले गया. शुरुआती पूछताछ में करीब बच्चा खरीद के लिए 50 हजार रुपये के लेनदेन का मामला सामने आ रहा है, जिसकी पुलिस पड़ताल कर रही है.
ये भी जनने की कोशिश कर रही पुलिस
इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि क्या इस गिरोह के द्वारा पहले तो बच्चा खरीद फरोख्त की घटना को अंजाम तो नहीं दिया गया था.