रायपुर : लॉकडाउन की वजह से पिछले 2 महीने से ऑटो के पहिए थमे हुए थे. ऑटो ड्राइवर्स को घर चलाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही थी. लोगों से पैसे उधार मांग कर ऑटो चालक लॉकडाउन में अपना घर चला रहे थे. लॉकडाउन 5 में ऑटो चालकों को राज्य सरकार की ओर से कुछ शर्तों और नियमों के साथ ऑटो चलाने की परमिशन दे दी गई. लेकिन ऑटो चालक अब भी आर्थिक तंगी का सामना कर रहे है.
- ऑटो में दो या तीन व्यक्ति से ज्यादा नहीं बैठाया जा सकता
- ऑटो को सैनिटाइज करना अनिवार्य है
- ऑटो ड्राइवर को मास्क पहनना अनिवार्य है
- ऑटो में सोशल डिस्टेन्स का ध्यान ऑटो ड्राइवर्स को रखना होगा
- ऑटो में सैनिटाइजर की व्यवस्था होनी चाहिए
वहीं ऑटो चालकों ने बताया कि 2 महीने बाद शहर में ऑटो चलाने का परमिशन नियम को ध्यान में रखते हुए दिया गया है. लेकिन अभी भी लोग ऑटो में चढ़ने से बच रहे हैं. कई बार ऐसा होता है कि पूरे दिन ऑटो एक ही जगह खड़ी रह जाती है पर कोई कस्टमर नहीं मिलता. कोई मिलता भी है तो, वे 4 से 5 लोग से ज्यादा हुए तो उन्हें हम चढ़ा नहीं सकते. जिससे हमें काफी नुकसान हो रहा है, 2 सवारियों को ले जाने में जितना पैसा मिलता है उससे ज्यादा तो डीजल में लग जाता है.
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करना पड़ रहा दिक्कतों का सामना
एक ऑटो ड्राइवर ने बताया कि वह अपने मालिक की ऑटो चलाता है और पिछले 2 महीने से लॉकडाउन की वजह से ऑटो बंद था. जिसके कारण उसका मालिक उसे किराया नहीं मांग रहा था लेकिन अब ऑटो चलाने की परमिशन दे दी गई है तो उसका मालिक 200 रुपये भाड़ा हर दिन मांगता है. उन्होंने बताया कि 200 से ज्यादा का डीजल खर्च हो जाता है. उन्हें घर चलाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.