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मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में कृषि, एविएशन समेत विकास पर हुई चर्चा

राजधानी रायपुर में मध्य क्षेत्रीय परिषद की 22वीं बैठक हुई, जिसमें मीटिंग की अध्यक्षता केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने की.

22nd meeting of central zonal council in chhattisgarh
मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक
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Published : Jan 28, 2020, 10:45 PM IST

Updated : Jan 28, 2020, 11:02 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मध्य क्षेत्रीय परिषद की 22वीं बैठक हुई. इस अहम मीटिंग की अध्यक्षता केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने की, इस बैठक में मध्य क्षेत्रीय परिषद के उपाध्यक्ष भूपेश बघेल, एमपी के सीएम कमलनाथ, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मौजूद थे.

मध्य क्षेत्रीय परिषद की 22वीं बैठक

राज्यों के साथ बेहतर तालमेल चाहता है केंद्र- अमित शाह
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मीटिंग को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सभी राज्यों के साथ बेहतर तालमेल बनाए रखना चाहता है. इसके लिए केंद्र सभी राज्यों को उनकी बेहतरी के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगा.

नक्सली इलाकों के विकास के लिए पैकेज जारी करने की मांग
इस बैठक में सीएम भूपेश बघेल ने गृहमंत्री अमित शाह के सामने छत्तीसगढ़ की कई मांगें रखी. जिसमें नक्सली इलाकों में विकास के लिए 11 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के लंबित पैकेज को रिलीज करने की मांग थी. सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ के 10 आकांक्षी जिलों में नवनिर्माण के काम होने हैं. इसके अलावा सीएम बघेल ने रायपुर एयरपोर्ट को इंटरनेशनल हवाई अड्डे का दर्जा देने और रायपुर एयरपोर्ट से कार्गो सेवा को जल्द से जल्द शुरू करने की मांग की है. सीएम ने केंद्रीय गृहमंत्री के सामने एनआईए से जुड़ा मुद्दा भी उठाया और कहा कि 'झीरम कांड की NIA ने जांच पूरी कर ली है, लेकिन इसके बाद भी NIA केस डायरी राज्य सरकार को नहीं दे रही है, जो आपत्तिजनक और अनुचित है'. इसके अलावा सीएम बघेल ने केंद्रीय गृहमंत्री से राष्ट्रीय जैव ईंधन समन्वय समिति में बायो एथेनॉल को शामिल करने और प्रदेश में एथेनॉल के प्लांट को स्थापित करने की मांग की है.

एमपी के सीएम कमलनाथ ने अतिवृष्टि का मुद्दा उठाया
इस बैठक में एमपी के सीएम कमलनाथ ने मध्यप्रदेश में अतिवृष्टि का मुद्दा उठाया और इसके लिए आर्थिक सहायता की मांग की. इसके अलावा कमलनाथ ने केंद्र सरकार से प्रदेश में काउंटर टेररिज्म और काउंटर इंसर्जेन्सी सेंटर बनाने का प्रस्ताव रखा है. मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने इस बैठक को सफल बताया. इसके अलावा उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश देश का सबसे बड़ा ट्राइबल एरिया है. इसकी तुलना हरियाणा-पंजाब से नहीं की जा सकती, इसलिए यहां विशेष ध्यान देने की जरूरत है.

मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक राज्य और केंद्र के बीच समन्वय बनाने के लिए बेहतर विकल्प है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र ने नियमित तौर पर ऐसी बैठकें करने का प्रयास किया है जिसके बेहतर नतीजे आएंगे.

रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मध्य क्षेत्रीय परिषद की 22वीं बैठक हुई. इस अहम मीटिंग की अध्यक्षता केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने की, इस बैठक में मध्य क्षेत्रीय परिषद के उपाध्यक्ष भूपेश बघेल, एमपी के सीएम कमलनाथ, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मौजूद थे.

मध्य क्षेत्रीय परिषद की 22वीं बैठक

राज्यों के साथ बेहतर तालमेल चाहता है केंद्र- अमित शाह
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मीटिंग को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सभी राज्यों के साथ बेहतर तालमेल बनाए रखना चाहता है. इसके लिए केंद्र सभी राज्यों को उनकी बेहतरी के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगा.

नक्सली इलाकों के विकास के लिए पैकेज जारी करने की मांग
इस बैठक में सीएम भूपेश बघेल ने गृहमंत्री अमित शाह के सामने छत्तीसगढ़ की कई मांगें रखी. जिसमें नक्सली इलाकों में विकास के लिए 11 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के लंबित पैकेज को रिलीज करने की मांग थी. सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ के 10 आकांक्षी जिलों में नवनिर्माण के काम होने हैं. इसके अलावा सीएम बघेल ने रायपुर एयरपोर्ट को इंटरनेशनल हवाई अड्डे का दर्जा देने और रायपुर एयरपोर्ट से कार्गो सेवा को जल्द से जल्द शुरू करने की मांग की है. सीएम ने केंद्रीय गृहमंत्री के सामने एनआईए से जुड़ा मुद्दा भी उठाया और कहा कि 'झीरम कांड की NIA ने जांच पूरी कर ली है, लेकिन इसके बाद भी NIA केस डायरी राज्य सरकार को नहीं दे रही है, जो आपत्तिजनक और अनुचित है'. इसके अलावा सीएम बघेल ने केंद्रीय गृहमंत्री से राष्ट्रीय जैव ईंधन समन्वय समिति में बायो एथेनॉल को शामिल करने और प्रदेश में एथेनॉल के प्लांट को स्थापित करने की मांग की है.

एमपी के सीएम कमलनाथ ने अतिवृष्टि का मुद्दा उठाया
इस बैठक में एमपी के सीएम कमलनाथ ने मध्यप्रदेश में अतिवृष्टि का मुद्दा उठाया और इसके लिए आर्थिक सहायता की मांग की. इसके अलावा कमलनाथ ने केंद्र सरकार से प्रदेश में काउंटर टेररिज्म और काउंटर इंसर्जेन्सी सेंटर बनाने का प्रस्ताव रखा है. मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने इस बैठक को सफल बताया. इसके अलावा उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश देश का सबसे बड़ा ट्राइबल एरिया है. इसकी तुलना हरियाणा-पंजाब से नहीं की जा सकती, इसलिए यहां विशेष ध्यान देने की जरूरत है.

मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक राज्य और केंद्र के बीच समन्वय बनाने के लिए बेहतर विकल्प है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र ने नियमित तौर पर ऐसी बैठकें करने का प्रयास किया है जिसके बेहतर नतीजे आएंगे.

Intro:केंद्रीय केंद्रीय गृह मंत्री के सामने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रखी यह मांग

रायपुर । केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मध्य क्षेत्रीय परिषद की 22वीं बैठक नवा रायपुर एक निजी होटल में संपन्न हुई । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और मध्य क्षेत्रीय परिषद के उपाध्यक्ष भूपेश बघेल, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित चारों राज्यों के मंत्रिगण, मुख्य सचिव और वरिष्ठ विभागीय अधिकारी शामिल हुए।

Body:बैठक के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नवा रायपुर स्थित छत्तीसगढ़ संवाद के ऑडिटोरियम हाॅल पहुंचे जहां पर उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते बैठक से सम्बन्धित जानकारी दे, जिसके प्रमुख बिंदु इस प्रकार है ...

1. भारत सरकार की जैर्व इंधन नीति, 2018 के प्रावधानों के अंतर्गत छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बायो एथेनाॅल सयंत्रों की स्थापना को प्रोत्साहित करने के लिए निजी निवेश को आमंत्रित करने के लिए विज्ञापन जारी किया है। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री से अनुरोध किया कि राष्ट्रीय जैव ईंधन समन्वय समिति धान आधारित बायो एथेनाॅल के विक्रय मूल्य को शीरा/ शक्कर/शुगर सिरप से उत्पादित एथेनाॅल के विक्रय दर के समतुल्य रखा जाए तथा धान के एथेनाॅल उत्पादन में उपयोग की अनुमति भी दी जाए, ताकि बायो एथेनाॅल का उत्पादन वाणिज्यिक आधार पर लाभप्रद बना रहे।

2.         राज्य के 10 जिले भारत सरकार द्वारा घोषित आकांक्षी जिलों में आते हैं, जिनमें से बस्तर संभाग के 7 जिलों के साथ 3 अन्य जिले राजनांदगांव, महासमुंद तथा कोरबा हैं। इन जिलों की विशेष आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए तथा इनमें से वामपंथी उग्रवाद प्रभावित (स्ॅम्) अंचलों में नवनिर्माण के लिए 11,443.76 करोड़ रूपये का विशेष पैकेज भारत सरकार के पास लंबित है जिसे अतिशीघ्र मंजूर किये जाने की आवश्यकता है।

3.         छत्तीसगढ़ की सीमाएं 7 राज्यों से मिलती है, जिसके कारण छत्तीसगढ़ को इन 7 राज्यों के लाॅजिस्टिक हब तथा ऐविएशन हब के रूप में विकसित करने की प्रबल उपयोगिता है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट रूप में विकसित करने का प्रस्ताव भी हमने भारत सरकार को दिया है, तथा इस संबंध में सकारात्मक पहल भी अपेक्षित है। इसी तरह बिलासपुर से भी शीघ्र वायुयान सेवा चालू करने का अनुरोध किया।

4.         छत्तीसगढ़ स्थित गंगा कछार में कोलर्बिरा जलाशय, सुलमुली, नवापार, सुतिया, कलुआ, लखनपुर बैराज, सिरसिरा बैराज, केरामा टैंक, सितकालो टैंक, जूर बैराज, पूवरी बैराज, कुमरेवा टैंक, तुरगा टैंक, इन योजनाओं की लागत लगभग 500 करोड़ रूपये अनुमानित है। उक्त योजनाओं के पूर्ण होने से न केवल क्षेत्र में बाढ़ नियंत्रण का कार्य हो सकेगा, अपितु भूमि जल का रिचार्ज, कृषि हेतु जल की उपलब्धता एवं गंगा नदी में वर्ष भर जल प्रवाह बनाये रखने का कार्य किया जा सकेगा।

5.         छत्तीसगढ़ में हुई झीरमघाटी की घटना को लेकर एनआईए की कार्यप्रणाली से कुछ असमंजस की स्थिति बनी है, जिसका समाधान नीति संगत रूप से आवश्यक प्रतीत होता है। राज्य शासन द्वारा प्रकरण की डायरी एनआईए को सौंपी गई थी। एनआईए ने अपनी जांच पूरी कर ली तथा प्रकरण समाप्त कर दिया। छत्तीसगढ़ सरकार को इस प्रकरण के कुछ अन्य तथ्यों की जांच हेतु डायरी की आवश्यकता है जिसके लिए राज्य शासन द्वारा तीन बार एनआईए से अनुरोध किया जा चुका है। कृपया संबंधित संस्था को इस बाबत् निर्देश प्रदान किया जाना चाहिए।

6.         अंतरराज्यीय परिषद में छत्तीसगढ़ को उत्तराखंड वाले जोन के साथ रखा गया है, जो कि राज्य की आवश्यकताओं और किये जाने वाले प्रयासों के लिए सुसंगत समूह नहीं है। हमारा अनुरोध है कि छत्तीसगढ़ को झारखंड, ओडिशा, महाराष्ट्र जैसे राज्य वाले समूहों के साथ रखा जाए, जिससे हम अपने राज्य के संर्वांगिण विकास के लिए सुनियोजित प्रयास कर सकें।

Conclusion:बात दे कि मध्य क्षेत्रीय परिषद का गठन केन्द्र सरकार और परिषद में शामिल राज्यों के समन्वय से इन राज्यों में संतुलित सामाजिक-आर्थिक विकास के साथ अन्तर्राज्यीय समस्याओं को हल करने के उद्देश्य से एक उच्च स्तरीय सलाहकार मंच के रूप में किया गया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मध्य क्षेत्रीय परिषद के उपाध्यक्ष हैं, इसलिए यह बैठक छत्तीसगढ़ में आयोजित की जा रही है। क्षेत्रीय परिषद में शामिल राज्यों के मुख्यमंत्री को रोटेशन में परिषद का उपाध्यक्ष बनाया जाता है। जिनका कार्यकाल एक वर्ष का होता है।

कैमरामैन मिथलेश साहू के साथ प्रवीण कुमार सिंह ईटीवी भारत रायपुर

नोट :- फीड cm pc नाम से लाइव इंजस्ट हुई है
Last Updated : Jan 28, 2020, 11:02 PM IST
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