रायगढ़: तमनार थाना क्षेत्र से शुक्रवार की शाम करीब 6 बजे घर से दूर खेल रहे बच्चियों को भीड़ का फायदा उठाते हुए एक बच्ची का अपहरण कर लिया गया था. इसकी सूचना तत्काल परिजनों ने तमनार पुलिस को दी, जिस पर थाना प्रभारी ने बिना किसी देर के घटना की जानकारी से सभी नजदीकी थाने में सूचना दे दी, जिसके बाद धर्मजयगढ़ SDOP ने चार टीम बनाकर नाकेबंदी करा दी.
तमनार प्रभारी ने रायगढ़ एसपी के दिशा निर्देश पर तत्काल चार अलग-अलग टीम को पतासाजी करने के आदेश दिए. तमनार थाने की सभी सीमाओं को भी सील कर दिया. खबर कुछ ही देर में सोशल मीडिया में भी तेजी से वायरल होने लगी, जिससे आसपास के ग्रामीण सतर्क हो गए. जैसे ही पता चला आरोपी को महलोई गांव की ओर बच्ची समेत जाते हुए देखा गया है, जिसके बाद आरक्षक अरविंद पटनायक अपनी टीम के साथ महलोई पहुंच गई.
महलोई गांव से आरोपी और बच्ची बरामद
ग्रामीणों को जैसे ही आरोपी की जानकारी लगी, उन्होंने उसकी जमकर पिटाई कर दी, वो तो गनीमत थी कि, बिना देर किए पुलिस मौके पर पहुंच गई और बड़ी घटना होने से टल गई. ग्रामीणों की सजकता और पुलिस की सक्रियता से आरोपी समेत बच्ची को घर से 8 किलोमीटर दूर महलोई गांव से पकड़ लिया गया. मिली जानकारी के अनुसार आरोपी का नाम अजीत सिंह पोर्ते है, जो कि जिंदल के डीसीपीपी डोंगामहुआ के फायर ब्रिगेड में कार्यरत है, जो कटघोरा का रहने वाला है.
खुद को पुलिस बताकर किया किडनैप
फायर ब्रिगेड की खाकी वर्दी पहने होने की वजह से ग्रामीण उसे समझ नहीं पाए और आरोपी ने खुद को पुलिसवाला बताकर भीड़ से बच्ची को उठाकर बाइक बैठाया और फरार हो गया. ग्रामीणों के सहयोग और पुलिस की सक्रियता से आरोपी को पकड़ लिया गया है. साथ ही बच्ची सुरक्षित है और पुलिस मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुटी है.