रायगढ़: बीजेपी सांसद गोमती साय ने धान खरीदी केंद्रों का जायजा लिया. जहां उन्हें कई अनियमितताएं मिली. जिस पर उन्होंने प्रशासन को फटकार लगाई. सांसद ने खरीदी केंद्रों में इलेक्ट्रॉनिक तराजू की व्यवस्था करने के लिए निर्देश भी दिए हैं. सांसद गोमती साय के साथ प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष विष्णुदेव साय, जांजगीर विधायक नारायण चंदेल, मनेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल समेत बीजेपी नेता और अधिकारीगण भी मौजूद रहे.
'किसानों का कटा रकबा जुड़े'
सांसद गोमती साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार जन हितैषी होने का ढोंग करती है. यदि वह सच में जन हितैषी और किसान हितैषी होती तो किसानों का रकबा बेवजह नहीं काटा जाता. खेत हैं तो मेड़ तो होंगे ही और मेड़ का रकबा काटना गलत है. उन्होंने कहा कि रकबा कम करने से ज्यादातर किसान अपना कई क्विंटल धान नहीं बेच पा रहे हैं जो गलत है.
'सरकार प्रति एकड़ 20 क्विंटल खरीदी करे धान'
रायगढ़ सांसद गोमती साय ने कहा कि सरकार एक एकड़ में 14 क्विंटल 80 किलो धान खरीदी कर रही है, जो काफी कम है. उन्होंने सरकार से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदी करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि किसान जन हितैषी होने का ढोंग कर रही है. जन हितैषी ना हो करके अपना स्वार्थ देख रही है.
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बारदाना की कमी से जूझ रहे धान खरीदी केंद्र
सांसद गोमती साय ने बताया कि वे अब तक प्रदेश के कई धान खरीदी केंद्रों का जायजा ले चुकी हैं. जहां पर अनियमितताओं के अंबार है. किसानों के लिए बैठने की सुविधा नहीं. पीने का पानी नहीं है. कई पर किसान अपनी फसल लाकर बारदाना के लिए दर-दर भटक रहे हैं. इस तरह से छत्तीसगढ़ सरकार किसानों को परेशान कर रही है.
नहीं मिल रहा 2500 रुपए समर्थन मूल्य
2500 रुपए प्रति क्विंटल धान समर्थन मूल्य के भुगतान को लेकर सांसद गोमती साय ने कहा कि सरकार एक मुश्त बोनस ना देकर किश्तों में दे रही है जो कि गलत है. सरकार किसानों का सारा अनाज खरीदें और राशि एकमुश्त दे. इसके साथ ही धान खरीदी केंद्रों में तराजू, बारदान और किसानों के रुकने की व्यवस्था सभी को चाक-चौबंद कराए.