रायगढ़: केलो नदी को प्रदूषण से बचाने के लिए प्रशासन ने प्रयास शुरू कर दिए हैं. शहर के नालों से निकले गंदे पानी को नदी में जाने से रोकने के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की कार्य योजना तैयार की गई है. प्लांट लगाने के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है.
रायगढ़ की जीवनदायिनी माने जाने वाली केलो नदी का पानी काफी प्रदूषित हो चुका है. पर्यावरण विभाग की जांच के बाद परिणाम चौंकाने वाले हैं. नदी का पानी पीने लायक तो दूर निस्तारी के लिए भी उपयुक्त नहीं है.
दरअसल, शहर के नालों और उद्योगों का प्रदूषित पानी नदी में छोड़ा जा रहा है. केलो को प्रदूषण से बचाने के लिए स्थानीय जनता लंबे समय से मांग कर रही है और प्रशासन ने अब जाकर केलो को बचाने की कवायद शुरू की है.
जानकारी के मुताबिक, शहर के नालों से निकलने वाले गंदे पानी को नदी में जाने से रोकने के लिए दोनों ओर सीवरेज निर्माण किया जाएगा. शहर के बाहर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर पानी को साफ़ करने के बाद ही नदी में छोड़ा जाएगा.
रायगढ़ कलेक्टर यशवंत कुमार का कहना है कि, 'सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य एक साल के अंदर पूरा हो जाएगा. इसके साथ ही लगभग 15 किलोमीटर तक मिट्टी कटाव और वायु प्रदूषण को रोकने के लिए वृक्षारोपण भी किया जाएगा.