रायगढ़ : जिले में बदलते मौसम का असर लोगों पर भी पड़ रहा है और अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ती जा रही है. जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में रोजाना कई मरीजों की भीड़ लगी रहती है, लेकिन अस्पताल में सुविधाएं कम होने पर मरीजों और उनके परिजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
काउंटर 2, मरीज 100
जिला अस्पताल के मुख्य गेट पर दो ओपीडी और एक आईपीडी है, जहां से मरीजों को भर्ती किया जाता है. यहां मरीजों की पर्ची देने के लिए सिर्फ 2 ही काउंटर हैं. रोजाना सैकड़ों की संख्या में मरीज जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं और सिर्फ 2 ही काउंटरों के होने से लोगों को दिक्कतें आ रही हैं. यही वजह है कि मरीजों के परिजनों की लंबी कतार अस्पताल के बाहर तक लगी रहती है. अगर किसी भी वजह से काउंटर थोड़ी देर के लिए बंद किया जाता है, तो अफरा-तफरी जैसा माहौल बन जाता है.
मरीजों के परिजनों का कहना है कि, 'काउंटर में बैठे स्लिप देने वाले कर्मचारी घंटों तक गायब रहते हैं और उनकी अनुपस्थिति में कोई भी कर्मचारी भर्ती नहीं लेता, जिसके चलते कई घंटों तक लाइन में खड़ा रहना पड़ता है'.
अस्पताल प्रबंधन की सुस्ती या अनदेखी
इन सब परेशानियों के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने मरीजों को राहत पहुंचाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है और न ही पर्ची काउंटरों की संख्या बढ़ाई गई है.