नारायणपुर : जिला नारायणपुर में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत कई नक्सली मुख्यधारा में वापस लौटे हैं. छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के प्रचार-प्रसार से प्रभावित होकर नक्सली घर वापसी कर रहे हैं. नक्सली कैंप में अमानवीय,आधारहीन विचारधारा और शोषण से तंग आकर नक्सली समाज की मुख्य धारा में लौट रहे हैं. इसी कड़ी में एक और नक्सली ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है.नक्सली ने बिना हथियारों के एसपी के सामने सरेंडर किया है. सरेंडर करने वाला नक्सली साल 2009 से सक्रिय था.
नक्सली ने किया सरेंडर : प्रतिबंधित नक्सली संगठन के कुतूल एलओएस कमाण्डर के तौर पर कार्यरत मोटू राम मण्डावी उर्फ मनोज मण्डावी ने एसपी पुष्कर शर्मा के सामने सरेंडर किया है.नक्सली ग्राम मरामेटा थाना भैरमगढ़ जिला बीजापुर का निवासी है. आत्मसमर्पित नक्सली को शासन की पुनर्वास योजना के तहत एसपी ने 10 हजार की प्रोत्साहन राशि दी.इसके बाद नक्सली को पुनर्वास नीति के तहत सहायता दी जाएगी. नक्सली को सरेंडर कराने में डीआरजी नारायणपुर टीम का विशेष योगदान रहा है.
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किन घटनाओं में शामिल रहा नक्सली : नारायणपुर पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा ने नक्सली संगठन के अन्य नक्सलियों को आत्मसमर्पण कर मुख्य धारा से जुड़ने और शासन की पुनर्वास योजना का लाभ लेने के लिए अपील की. सरेंडर नक्सली वर्ष 2009 बेलनार मिलिशिया में भर्ती था. वर्ष 2010 कंपनी नंबर 9 में रहा. वर्ष 2010 से कुतूल एलओएस कमाण्डर रहा. वर्ष 2010 में ग्राम कच्चापाल में ग्रामीण की हत्या, साल 2013 में कोडलियर मिचेपारा एम्बुश घटना और ग्राम कुतूल मिचिंगपारा एम्बुश घटना में शामिल रहा है.