नारायणपुर: नारायणपुर जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत बागडोंगरी के आश्रित ग्राम कोकोड़ी में हर साल की तरह तीन दिवसीय जात्रा मनाया गया. इस जात्रा पर्व में बड़ी सख्या में महिला पुरुष बच्चे और बुजुर्ग शामिल हुए जिन्होंने पूजा अर्चना की.
ऐसे होता है आयोजन: नारायणपुर जिले में फसल कटाई के बाद सुख समृद्धि के लिए वर्षो से चली आ रही करंगाल परगना कोकोडी जात्रा पर्व मनाया जाता है . इस जात्रा पर्व के बाद ही तीज त्योहारों और मेलों की शुरुवात होती है . गुरुवार से शुरू हुआ जात्रा में आज ढोल नगाड़ो की धुन पर नाच गाने से शुरू हुआ. इस दौरान नाच गाकर देवी देवताओं की रस्म की अदायगी की गई. उसके बाद जात्रा धूमधाम से मनाया गया. यहां नारायणपुर जिले के अलावा अन्य जिलों से भी लोग बड़ी संख्या में माता से अपनी मन्नत मांगने पहुंचे थे.
15 फरवरी से विश्व प्रसिद्ध माता मावली मेला की होगी शुरुात: विश्व प्रसिद्ध माता मावली मेला जिले में 15 फरवरी से शुरू होगी. जो 1 सप्ताह तक चलेगी. इसकी शुरुआत के लिए आज कोकोडी जात्रा में अनुमति ली गई है. जानकारी अनुसार विश्व प्रसिद्ध माता मावली मेला करीब 600 वर्षों से चली आ रही है. बस्तर की संस्कृति की छाप दिखाने वाले मेले में लोगों की आज भी आस्था कायम है.
माता से अनुमति लेने के बाद होती है मेले की शुरुआत: स्थानीय ग्रामीण जगन्नाथ यादवहर ने बताया कि "साल की तरह ही इस साल भी जात्रा पर्व मनाया जा रहा है. जिसके बाद ही विश्व प्रसिद्ध मावली मेले की शुरुआत होती है. यहां माता की अनुमति मिलने के बाद ही मेले की शुरुआत होती है."
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600 साल पुरानी परंपरा है: परगना चालकी सोमारू राम भोयर ने बताया कि "विश्व प्रसिद्ध माता मावली मेला बहुत पुराना आयोजन है. यह 600 सालों से चलता आ रहा है. इस दिन आसपास के परघना के देवी देवता आते हैं. यहां ढ़ोल नगाड़े के साथ जश्न होता है."