मुंगेलीः पहले से ही खाद की कमी से जूझ रहे किसान अब खाद की कालाबाजारी (black marketing) से पूरी तरह टूट चुके हैं. दोगने-तिगुने दामों पर किसानों को खाद बेचा जा रहा है. वहीं जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी (administration Officer) हाथ पर हाथ धरे बैठे नजर आ रहे हैं.
मुंगेली में खाद की किल्लत को लेकर किसान बेहद परेशान हैं. किसानों को खाद की कालाबाजारी के चलते मार्केट (market) में दोगुने-तिगुने दामों पर खाद लेने को मजबूर होना पड़ रहा है. वहीं सोसायटियों (Societies) में आने वाला खाद बड़े किसानों को अधिकारियों की मिली-भगत से दे दिया जा रहा है.
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इससे मंझोले और छोटे किसानों को दर-दर भटकने के मजबूर होना पड़ रहा है. खाद की कालाबाजारी को लेकर प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा भी मुखर हो रही है. किसानों की इस समस्या को लेकर जिले के लोरमी विकासखण्ड में भाजपाइयों (BJP) ने लोरमी एसडीएम (SDM) कार्यालय पहुंचकर खाद की कालाबाजारी (black marketing) रोकने के लिए ज्ञापन सौंपा.
उपलब्धता और वितरण के आंकड़े
पूरे जिले में अब तक 23,037 टन खाद का भंडारण किया गया है. जिसमें से 22,610 टन खाद का वितरण जिले के 43 समितियों के माध्यम से किया जा चुका है. वितरित खाद सरकार द्वारा तय लक्ष्य 21825 से कहीं ज्यादा है. अभी भी 428 टन खाद डबल लाक में शेष बचा है.
बीजेपी कर रही सरकार की घेराबंदी
किसानों से जुड़ा मामला होने और खेती-किसानी का समय होने के चलते, भाजपा इस मुद्दे को हाथ से जाने नहीं देना चाहती है. यही वजह है कि भाजपा अब पूरी रणनीति (strategy) के साथ अधिकारियों को खाद से जुड़ी समस्या को लेकर जगह-जगह ज्ञापन देकर अपनी पैठ किसानों के बीच जमाना चाहती है. लोरमी में भाजपाईयों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा.
भाजपा नेता रवि शर्मा ने कहा कि खाद की कालाबाजारी को रोकने के लिए हम भाजपा के सदस्यों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा. लोरमी क्षेत्र की जनता खाद को लेकर त्राहिमाम कर रही है. वहीं कांग्रेस का कहना है कि केंद्र सरकार यूरिया नहीं दे रही है लेकिन लोरमी के व्यापारी खुले आम कालाबाजारी कर रहे हैं. जिन अधिकारियों के उपर किसानों को उचित दाम पर खाद उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी है, वह पूरी तरह से अकर्मण्य बना हुआ है.
कलेक्टर ने दी सफाई
पूरे मामले पर जहां भाजपा सरकार पर कालाबाजारी कराने का आरोप लगा रही है वहीं जिले के कलेक्टर अजीत बसंत ने अपनी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि जिस तर्ज पर खाद राज्य शासन से उपलब्ध हो रहा है. समितियों के माध्यम से उनका वितरण कराया जा रहा है. डबल लाक में खाद आने के तत्काल बाद खाद का वितरण हो जाय, ऐसा सुनिश्चित किया जा रहा है.