नई दिल्ली: बिहार के वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल नीलामी में रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराया, क्योंकि वह आईपीएल नीलामी में बिकने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए. सऊदी अरब के जेद्दा में आयोजित नीलामी में राजस्थान रॉयल्स (आरआर) ने उन्हें 1 करोड़ 10 लाख में खरीदा. इस तरह, 13 वर्षीय वैभव आईपीएल नीलामी में बिकने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए.
वैभव सूर्यवंशी पर उम्र को लेकर धोखाधड़ी का आरोप
रिकॉर्ड तोड़ आईपीएल नीलामी के बाद से ही वैभव सूर्यवंशी की उम्र को लेकर धोखाधड़ी का मामला सामने आने लगा. उन पर यह आरोप लगाये जाने लगे कि उन्होंने अपनी सही उम्र को छुपाया है और वह 13 साल के नहीं हैं. जिसके बाद उनके पिता संजीव सूर्यवंशी ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह एक बार फिर अपने बेटे का बोन टेस्ट कराने के लिए तैयार हैं.
वैभव सूर्यवंशी के पिता बेटे की उम्र परीक्षण कराने को तैयार
संजीव ने पीटीआई से कहा, "जब वह साढ़े आठ साल का था, तब उसने पहली बार बोन टेस्ट कराया था. वह पहले ही भारत की अंडर-19 टीम के लिए खेल चुका है. हमें किसी से डर नहीं है. वह फिर से उम्र परीक्षण करा सकता है."
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— IndianPremierLeague (@IPL) November 25, 2024
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सूर्यवंशी की क्रिकेट यात्रा के दौरान परिवार को जिन संघर्षों से गुजरना पड़ा, उस पर विचार करते हुए वैभव के पिता ने कहा कि उन्हें अपनी जमीन तक बेचनी पड़ी. उन्होंने आगे कहा, "यह सिर्फ निवेश नहीं बल्कि यह बड़ा निवेश है. हमने तो अपनी जमीन तक बेच दी लेकिन अभी भी हमारी हालत बेहतर नहीं हुई."
अब पिता की ख्वाहिश है कि उनका बेटा भारत के लिए खेले. हालांकि, वह अभी अंडर-19 और एशिया कप भी खेल रहा है. लेकिन वह चाहते हैं कि बहुत जल्द वह भारत के मुख्य टीम का हिस्सा बने और देश का प्रतिनिधित्व करें.
वैभव सूर्यवंशी के चाचा ने क्या कहा?
वैभव सूर्यवंशी के चाचा राजीव सूर्यवंशी ने आईएएनएस को बताया बताया कि बचपन से ही वैभव सूर्यवंशी में खेल के प्रति जुनून था. 3 वर्ष की उम्र में ही वह बल्ला लेकर भागता था. वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी भी क्रिकेटर रहे हैं. लेकिन बेटे को राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बनाने के लिए वह दिन रात मेहनत कर रहे हैं और अपने बेटे को हर जरूरत की चीजें मुहैया करा रहे हैं. वैभव में प्रतिभा है और हम सभी को पूरा भरोसा है कि वह एक दिन देश के लिए भी खेलेंगे.
वैभव की दादी पोते की सफलता को देखकर बहुत खुश हैं
वैभव की दादी ने कहा, "उनका पोता बचपन से ही नटखट था वह तो चाहती थी कि उनका पोता आईएएस, आईपीएस बने लेकिन बचपन से ही उसमें खेल का जुनून था. कई बार वह उसे रोकने के लिए भी उसके पीछे दौड़ती थी लेकिन उनके बेटे संजीव ने उन्हें इसके लिए मना कर दिया. जिसके बाद उन्होंने अपने पोते को खेलने के लिए डांटना छोड़ दिया और अब वह अपने पोते की सफलता को देखकर बहुत खुश हैं."
वैभव अंडर-19 टीम में भी खेल चुके हैं
आप को बता दें कि तीस लाख रुपये के बेस प्राइस वाले बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले वैभव ने हाल ही में अंडर-19 टेस्ट में किसी भारतीय द्वारा बनाया गया सबसे तेज शतक लगाया. उन्होंने इस साल अक्टूबर में चेन्नई में ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की. 13 वर्षीय वैभव ने भारत की अंडर-19 टीम के लिए सिर्फ 58 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया था.
इस साल की शुरुआत में सूर्यवंशी ने तब सुर्खियां बटोरीं जब उन्होंने बिहार के लिए रणजी ट्रॉफी में महज 12 साल की उम्र में डेब्यू किया और भारत के प्रमुख प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए. अब आईपीएल नीलामी में ऐतिहासिक डील के बाद इस युवा खिलाड़ी ने तहलका मचा दिया और राजस्थान भविष्य के लिए उन्हें तैयार करना चाहेगा.